बुजुर्गों, नाबालिगों और मृत ग्राहकों के खातों से ₹16.10 करोड़ की हेराफेरी
मुंबई/अहमदाबाद – प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार तड़के अहमदाबाद रेलवे स्टेशन से बैंक ऑफ इंडिया (BOI) के निलंबित अधिकारी हितेश सिंगला को गिरफ्तार किया। सिंगला पर आरोप है कि उसने दो साल में 127 खातों से ₹16.10 करोड़ की हेराफेरी की। ये खाते वरिष्ठ नागरिकों, नाबालिगों, मृतक ग्राहकों और निष्क्रिय खाताधारकों के थे।
ट्रेन में सीट बदल-बदलकर भाग रहा था आरोपी
सूत्रों के अनुसार, ईडी को जानकारी मिली थी कि सिंगला उज्जैन से वेरावल जाने वाली महामना एक्सप्रेस (19320) से यात्रा कर रहा है। मंगलवार रात से ही टीम ने उसका पीछा शुरू कर दिया।
- आरोपी ने शुरुआत में स्लीपर क्लास का टिकट लिया था, लेकिन बीच सफर में एसी कोच में अपग्रेड होकर सीट बदलता रहा ताकि जांच टीम उसे पकड़ न पाए।
- करीब 13 घंटे तक लगातार उसकी निगरानी के बाद जब ट्रेन अहमदाबाद पहुँची, तो ईडी टीम ने रेलवे अधिकारियों की मदद से उसे घेर लिया।
कोर्ट ने ईडी को दी रिमांड
गिरफ्तारी के बाद सिंगला को मुंबई की विशेष पीएमएलए (PMLA) अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे अगले मंगलवार तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है।
कैसे किया करोड़ों का घोटाला
ईडी की शुरुआती जांच में सामने आया कि सिंगला ने मई 2023 से जुलाई 2025 के बीच सुनियोजित तरीके से खातों से रकम उड़ाई।
- उसने फिक्स्ड डिपॉजिट, पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF), वरिष्ठ नागरिक बचत खाते, चालू खाते और निष्क्रिय बचत खाते बिना अनुमति बंद कर दिए।
- रकम छोटे-छोटे हिस्सों में अपने एसबीआई खातों में ट्रांसफर की, जिससे शक न हो।
- वह खास तौर पर ऐसे खातों को चुनता था जिनमें लेन-देन लंबे समय से न हुआ हो।
ईडी अधिकारियों ने बताया कि इस घोटाले ने बैंक ऑफ इंडिया की साख और ग्राहकों के भरोसे को गहरी चोट पहुँचाई है।
सीबीआई ने दर्ज किया था मामला
यह मामला सीबीआई की ओर से दर्ज एफआईआर पर आधारित है। 6 अगस्त को बैंक के डिप्टी ज़ोनल मैनेजर ओमप्रकाश ने लिखित शिकायत दी थी, जिसके बाद सीबीआई ने आईपीसी, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की धाराओं में सिंगला पर केस दर्ज किया।
जांच एजेंसियों को शक है कि सिंगला ने हड़पी गई रकम का कुछ हिस्सा शेयर बाज़ार में लगाया है। अब ईडी और सीबीआई उसकी धन-लेनदेन की पूरी कड़ी खंगाल रही हैं।
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