मुंबई – क्राइम ब्रांच यूनिट 6 ने मोबाइल चोरी से जुड़ा बड़ा रैकेट उजागर किया है। इस गैंग के सदस्य चोरी किए गए मोबाइल फोन का IMEI नंबर बदलकर उन्हें दोबारा बेचने का काम कर रहे थे। पुलिस ने इस कार्रवाई में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर नकली मोबाइल और अन्य उपकरण बरामद किए हैं।
सूत्रों के अनुसार, क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली थी कि साकीनाका-पवई क्षेत्र के टुंगा गांव स्थित मोबाइल शॉप नंबर-8 में अवैध गतिविधियां चल रही हैं। सूचना के आधार पर टीम ने छापा मारा और मौके से दुकान मालिक रामप्रसाद राजभर (37) और मोबाइल मैकेनिक गुलाम रसूल राशिद खान को रंगे हाथ पकड़ लिया।
जांच में सामने आया कि आरोपी गूगल क्रोम पर उपलब्ध मोबाइल ऐप अनलॉक टूल्स का इस्तेमाल करके चोरी किए गए मोबाइल फोनों का IMEI नंबर बदलते थे। इसके बाद इन फोन को असली दिखाकर बाजार में बेच दिया जाता था।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने एक नकली इंफिनिक्स मोबाइल, सीपीयू, डेल एलसीडी मॉनिटर, माउस, कीबोर्ड, राउटर, चार संदिग्ध मोबाइल फोन, नकद राशि और आरोपियों के दो निजी मोबाइल जब्त किए। जब्त माल की कुल कीमत ₹84,100 आंकी गई है।
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 336(2), 336(3), 340(2), 3(5) तथा आईटी एक्ट की धारा 65 के तहत मामला दर्ज किया है। क्राइम ब्रांच अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि चोरी के मोबाइल बेचने में और कौन-कौन शामिल है।
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