20 हजार से ज्यादा लोगों ने किया प्रदर्शन । जैन मंदिर ढहाने पर BMC वॉर्ड अधिकारी का हुआ तबादला (मुंबई) ।





मुंबई: विले पार्ले इलाके में स्थित एक जैन मंदिर को बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) द्वारा गिराए जाने के बाद उत्पन्न विवाद के चलते शनिवार को के-ईस्ट वार्ड के सहायक आयुक्त नवनाथ घाडगे का तबादला कर दिया गया। यह कार्रवाई नगर आयुक्त भूषण गगरानी के निर्देश पर की गई।

बीएमसी की टीम ने 16 अप्रैल को नेमिनाथ को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी परिसर में स्थित इस मंदिर को यह कहते हुए गिरा दिया कि यह एक अनधिकृत ढांचा है। इस घटना से जैन समुदाय में रोष फैल गया।

शनिवार को हजारों की संख्या में जैन समाज के लोग सड़क पर उतरे और के-ईस्ट वार्ड कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला। महाराष्ट्र गोशाला संघ के परेश शाह ने बताया कि इस मार्च में धार्मिक गुरुओं के साथ-साथ राज्य के मंत्री मंगल प्रसाद लोढ़ा, स्थानीय भाजपा विधायक पराग अलवानी और अन्य नेताओं ने भी भाग लिया। उन्होंने दावा किया कि मार्च में लगभग 20 हजार लोग शामिल हुए।

प्रदर्शनकारियों ने बीएमसी अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा और दो घंटे तक नवनाथ घाडगे के साथ बैठक की। शाह के अनुसार, मंदिर को गिराने से पहले ट्रस्टियों को कोई नोटिस या सफाई देने का मौका नहीं दिया गया, जिससे समुदाय में गहरी नाराजगी है। उन्होंने मांग की कि संबंधित अधिकारी को निलंबित किया जाए।

इस मुद्दे पर विपक्ष ने भी बीएमसी की आलोचना की है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 90 साल पुराने दिगंबर जैन मंदिर को बिना सुनवाई के गिराया जाना बेहद निंदनीय है। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा को देश में सहिष्णुता और सांप्रदायिक सौहार्द से क्यों आपत्ति है।




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