महाराष्ट्र में मौजूदा समय में हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को उधेड़ कर रख दिया है। कई जिलों में भारी बारिश के चलते हालात भयावह हो चुके हैं:
- मौत और बचाव कार्य: राज्य के विभिन्न हिस्सों में अब तक 8 लोगों की जान गई है, और सैकड़ों लोग सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाए जा चुके हैं।
- कृषि क्षेत्र में तबाही: लगभग 12–14 लाख हैक्टेयर में फसलें प्रभावित हुई हैं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।
- सरकारी कार्य व्यवस्था प्रभावित:
- मुंबई सहित ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है, और अगले 48 घंटे बेहद महत्वपूर्ण बताए गए हैं।
- मुंबई में अतिवृष्टि के कारण कार्यालय, स्कूल और कॉलेज बंद रहे; उच्च न्यायालय का कामकाज केवल दोपहर 12:30 बजे तक चला।
- परिवहन और बुनियादी ढांचे पर असर:
- मुठ्ठी भर इलाकों—विशेषकर कुर्ला, विक्रोली, सायन—में मीठी नदी उफान पर आ जाने से 350 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया।
- मुंबई के कई हिस्सों में 200–300 मिमी से अधिक बारिश हुई; कुछ स्थानों पर रिकॉर्ड-स्तर तक: विक्रोली में 255 मिमी, मुंबई में 300 मिमी तक।
- लोकल ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं, विमानों को डायवर्ट करना पड़ा, और बेस्ट बस सेवाओं को ऑप्टिमाइज करना पड़ा।
- सरकार की प्रतिक्रिया और राहत कार्य:
- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संबंधित अधिकारियों को राहत कार्य तुरंत शुरू करने के निर्देश दिए हैं; नार्थरां फोर्स और SDRF सशस्त्र बलों को तैनात किया गया है।
- फसल नुकसान का आंकलन (पंचनामा) करने और प्रभावित किसानों को तत्काल वित्तीय राहत देने को कहा गया है।
मुख्य बिंदुओं का सारांश:
विषय | विवरण |
---|---|
मृत्यु व बचाव | 8 लोगों की मौत, सैकड़ों का बचाव |
कृषि प्रभावित क्षेत्र | 12–14 लाख हैक्टेयर तक |
अगले 48 घंटे | अत्यंत महत्वपूर्ण—रेड अलर्ट जारी |
प्रभावित जिलों में | मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग |
राहत उपाय | SDRF/NDRF, पंचनामा, वित्तीय सहायता |
परिवहन बाधित | ट्रेनें, बसें, फ्लाइट्स प्रभावित |
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