83 दिनों में 101 मरीजों का सफल ऑपरेशन, गरीब और मध्यमवर्गीय मरीजों के लिए पूरी तरह मुफ़्त
उच्च-खर्च वाली सर्जरी अब सरकारी अस्पताल में बिल्कुल मुफ्त
राज्य सरकार के अधीन आने वाले मुंबई के जे.जे. अस्पताल में अप्रैल से शुरू हुई रोबोटिक सर्जरी ने मरीजों के लिए नई उम्मीद की किरण जगा दी है। महज 83 दिनों में यहां 101 मरीजों की सफल रोबोटिक सर्जरी की गई। खास बात यह है कि ये सभी सर्जरी गरीब और मध्यमवर्गीय मरीजों के लिए पूरी तरह निशुल्क हैं।
निजी अस्पताल में लाखों का खर्च, जे.जे. में शून्य
जहां निजी अस्पतालों में यही सर्जरी ₹1.5 लाख से ₹3.5 लाख (कुछ मामलों में ₹5 लाख तक) में होती है, वहीं जे.जे. अस्पताल में मरीजों को एक रुपये का भी खर्च नहीं करना पड़ रहा।
32 करोड़ की मशीन से शुरू हुआ नया अध्याय
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इस अत्याधुनिक रोबोटिक सिस्टम को जे.जे. अस्पताल में स्थापित किया, जिसकी लागत करीब ₹32 करोड़ रही। अस्पताल के डीन डॉ. अजय भंडारवार ने बताया कि पहली रोबोटिक सर्जरी 9 अप्रैल को की गई थी।
- पहले मरीज: 37 वर्षीय युवक, हर्निया से पीड़ित
- 101वां मरीज: पुणे के 27 वर्षीय किसान, हर्निया ऑपरेशन
रोबोटिक सर्जरी के फायदे
- सटीक और स्पष्ट ऑपरेशन
- खून का बेहद कम नुकसान
- दर्द में कमी
- तेज़ रिकवरी
अब तक गॉलब्लैडर, हर्निया, पैंक्रियास और जटिल ट्यूमर ऑपरेशन किए जा चुके हैं। जल्द ही लिवर, किडनी, यूरिनरी ट्रैक्ट, गर्भाशय और ब्रेस्ट सर्जरी भी शुरू होंगी।
पहली 500 सर्जरी मुफ्त
डॉ. भंडारवार ने बताया कि शुरुआती 500 रोबोटिक सर्जरी का खर्च मशीन देने वाली कंपनी वहन करेगी। इसके बाद भी मुफ़्त इलाज जारी रखने के लिए महत्मा फुले जन आरोग्य योजना के तहत प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है।
निजी अस्पतालों में रोबोटिक सर्जरी का अनुमानित खर्च
- प्रोस्टेटेक्टॉमी या यूरोलॉजी: ₹2.5–₹3.5 लाख
- हर्निया रिपेयर / गॉलब्लैडर रिमूवल: ₹1.5–₹2.5 लाख
- स्त्रीरोग संबंधी प्रक्रियाएं: ₹2–₹3 लाख
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