दिल्ली में डिजिटल लेनदेन बढ़ रहा है और इसी के साथ ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं। यदि आप दुर्भाग्य से ऐसे किसी जाल में फंस जाते हैं, तो घबराएं नहीं! दिल्ली पुलिस ने नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग और प्रबंधन प्रणाली (Citizen Financial Cyber Frauds Reporting and Management System) की शुरुआत की है, जिससे आप अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित कर सकते हैं।
इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि आप कैसे तुरंत साइबर धोखाधड़ी की रिपोर्ट कर सकते हैं और अपनी खोई हुई राशि वापस पाने की संभावना बढ़ा सकते हैं।
1. क्या हुआ है?
मान लीजिए आपके बैंक खाते से अचानक पैसे कट जाते हैं, या आपके क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके कोई अज्ञात खरीदारी कर ली जाती है। यह एक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी है। ऐसे में, सबसे महत्वपूर्ण बात है कि आप जल्द से जल्द कार्रवाई करें।
2. तुरंत करें रिपोर्ट
दिल्ली में वित्तीय साइबर धोखाधड़ी की रिपोर्ट करने के दो मुख्य तरीके हैं:
• हेल्पलाइन नंबर: तुरंत 1930 पर कॉल करें। यह एक टोल-फ्री नंबर है जो 24/7 उपलब्ध है।
• ऑनलाइन पोर्टल: राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करें।
3. क्या जानकारी देनी है?
जब आप हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करते हैं, तो आपको कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देनी होगी। यह जानकारी आपकी शिकायत को जल्दी संसाधित करने में मदद करेगी।
• आपका मोबाइल नंबर: जिससे आप शिकायत कर रहे हैं।
• बैंक/वॉलेट/मर्चेंट का नाम: जिससे पैसे डेबिट हुए हैं।
• खाता नंबर/वॉलेट आईडी/यूपीआई आईडी: जिससे राशि काटी गई है।
• लेनदेन आईडी (Transaction ID): यह एक विशिष्ट संख्या है जो हर लेनदेन के साथ आती है।
• लेनदेन की तारीख: जिस दिन यह धोखाधड़ी हुई।
• डेबिट/क्रेडिट कार्ड नंबर: अगर धोखाधड़ी कार्ड के माध्यम से हुई है।
• स्क्रीनशॉट: यदि आपके पास लेनदेन या धोखाधड़ी से संबंधित कोई स्क्रीनशॉट है, तो उसे बाद में पोर्टल पर अपलोड करने के लिए तैयार रखें।
4. शिकायत दर्ज करने के बाद क्या?
हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज करने के बाद, आपको एक सिस्टम-जनरेटेड लॉग-इन आईडी/एक्नॉलेजमेंट नंबर मिलेगा। यह नंबर आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
याद रखें! आपको यह लॉग-इन आईडी/एक्नॉलेजमेंट नंबर का उपयोग करके 24 घंटों के भीतर राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर अपनी शिकायत को पूरा करना होगा। यह कदम अनिवार्य है। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपकी शिकायत रद्द हो सकती है।
5. पुलिस और बैंक की भूमिका
आपकी शिकायत मिलने के बाद, एक नामित पुलिस अधिकारी तुरंत मामले की जांच करेगा। सत्यापन के बाद, वे संबंधित बैंक या वित्तीय संस्था को धोखाधड़ी में शामिल पैसे को ब्लॉक करने के लिए सूचित करेंगे। इसके बाद, कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस पहल का महत्व
यह प्रणाली पीड़ितों को उनकी खोई हुई राशि वापस पाने में मदद करती है। साथ ही, यह पुलिस को साइबर अपराधियों की पहचान करने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने में भी मदद करती है।
सुरक्षित रहें, जागरूक रहें
हमेशा याद रखें, किसी भी अज्ञात व्यक्ति के साथ अपनी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी साझा न करें। किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और किसी भी अज्ञात कॉल या संदेश पर विश्वास न करें।
यदि आप कभी भी किसी वित्तीय साइबर धोखाधड़ी का शिकार होते हैं, तो अब आप जानते हैं कि क्या करना है। तुरंत 1930 पर कॉल करें या ऑनलाइन रिपोर्ट करें और अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित करें।
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