मुंबई। ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों के बीच मुंबई साइबर सेल ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। मई 2022 से अगस्त 2025 के बीच साइबर सेल ने नागरिकों के 302 करोड़ रुपये बचाए हैं। वहीं, सिर्फ 1 जनवरी 2025 से 21 अगस्त 2025 तक साइबर पुलिस ने ठगों के खातों में जमा होने वाले 113 करोड़ रुपये फ्रीज किए हैं।
हेल्पलाइन 1930 पर 13 लाख से ज्यादा शिकायतें
साइबर ठगी की शिकायत के लिए शुरू की गई हेल्पलाइन 1930 पर अब तक 13,19,403 शिकायतें दर्ज की गई हैं। यह हेल्पलाइन 7 मई 2022 से शुरू हुई थी। साइबर पुलिस ने जनवरी 2024 से जुलाई 2025 के बीच 11,063 मोबाइल नंबरों को ब्लॉक भी किया है, जो सीधे तौर पर ऑनलाइन फ्रॉड से जुड़े थे।
राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर 1.31 लाख केस
मुंबई साइबर सेल ने अब तक 1,31,276 मामले राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज किए हैं। अधिकारी बताते हैं कि जैसे ही किसी पीड़ित की कॉल आती है, पुलिस तुरंत बैंक और नोडल अधिकारियों से संपर्क कर ठगों के खातों को फ्रीज कर देती है। इसी कारण हजारों नागरिकों की मेहनत की कमाई बचाई जा सकी है।
इस तरह के ऑनलाइन फ्रॉड से रहें सावधान
साइबर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की ऑनलाइन ठगी का शिकार होने पर तुरंत हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।
अभी तक लोगों को ठगने के लिए जिन तरीकों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया गया है, उनमें शामिल हैं:
- शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट स्कैम
- डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड
- ऑनलाइन टास्क फ्रॉड
- ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड
- फर्जी लोन ऑफर
- नौकरी के नाम पर ठगी
मुंबई पुलिस के मुताबिक, रोजाना शहर में कई नागरिक ऑनलाइन धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं, जिनमें से कई मामले पुलिस थानों में भी दर्ज किए जाते हैं।
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