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तीन महाराष्ट्र शिक्षक राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 से सम्मानित होंगे।


मुंबई। देशभर से चुने गए 45 शिक्षकों में महाराष्ट्र के तीन शिक्षकों का नाम भी शामिल है, जिन्हें आगामी 5 सितंबर, शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया जाएगा।

सम्मानित होने वाले शिक्षकों में मुंबई की एटोमिक एनर्जी सेंट्रल स्कूल नंबर 2 की सोनिया विकास कपूर, नांदेड ज़िले के अर्धापुर स्थित ज़िला परिषद उच्च माध्यमिक विद्यालय के विज्ञान शिक्षक शेख मोहम्मद, तथा लातूर के दयानंद कला महाविद्यालय के संगीत शिक्षक संदीपन जगदाले शामिल हैं।

इस पुरस्कार में प्रमाणपत्र, ₹50,000 की नकद राशि और रजत पदक प्रदान किया जाएगा। सभी विजेताओं को दिल्ली आमंत्रित किया गया है, जहां शिक्षक दिवस पर उन्हें राष्ट्रपति के हाथों यह सम्मान मिलेगा।

शेख मोहम्मद – ‘सेफ स्कूल एट डोरस्टेप’ की अनूठी पहल

शेख मोहम्मद ने 28 वर्षों से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की अलख जगाई है। एमएससी, एमएड और पीएचडी धारक मोहम्मद ने कॉलेज स्तर पर पढ़ाने की योग्यता (NET) हासिल करने के बावजूद स्कूल शिक्षा को ही अपना कर्मक्षेत्र बनाया।
वर्ष 2016 में अर्धापुर के प्रधानाध्यापक बनने के बाद उन्होंने देखा कि कई उर्दू माध्यम की लड़कियां सुरक्षा कारणों से कक्षा 7 के बाद पढ़ाई छोड़ देती हैं। इस समस्या से निपटने के लिए उन्होंने “सेफ स्कूल एट डोरस्टेप” योजना शुरू की। गांवों में पांच कमरों को किराए पर लेकर कक्षाएं शुरू की गईं। नतीजा यह हुआ कि लड़कियों की ड्रॉपआउट दर शून्य हो गई और कई छात्राएं अब मेडिकल समेत उच्च शिक्षा हासिल कर रही हैं।
इसके साथ ही उन्होंने स्वच्छता और मासिक धर्म स्वास्थ्य पर भी काम किया। स्थानीय नेताओं और स्वयंसेवी संगठनों की मदद से हर माह पाँच लाख सेनेटरी पैड छात्राओं और उनकी महिला परिजनों तक पहुँचाए गए। इन प्रयासों ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।

संदीपन जगदाले – संगीत से समाजसेवा तक

लातूर के दयानंद कला महाविद्यालय में संगीत शिक्षक संदीपन जगदाले ने 23 वर्षों से छात्रों को संगीत साधना के लिए प्रेरित किया है। दसवीं कक्षा से पोवाड़े गाने की शुरुआत करने वाले जगदाले ने आगे चलकर संगीत में एमए और पीएचडी की।
2023 में उन्हें राज्यस्तरीय सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार मिला था, जिसकी ₹1 लाख की पुरस्कार राशि उन्होंने अनाथ बच्चों की शिक्षा के लिए दान कर दी।
वे लगातार ग्रामीण प्रतिभाओं को औपचारिक संगीत शिक्षा लेने और मंच पर प्रस्तुति देने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

सोनिया विकास कपूर – नवाचार से बेहतर शिक्षा

मुंबई की शिक्षिका सोनिया विकास कपूर दो दशकों से अधिक समय से विद्यार्थियों को पढ़ा रही हैं। वे अपने छात्र-हितैषी और नवाचारी शिक्षण तरीकों के लिए जानी जाती हैं।
पुरस्कार पर खुशी जताते हुए उन्होंने कहा, “मैं एटोमिक एनर्जी एजुकेशन सोसायटी की आभारी हूं, जिसने मुझे विद्यार्थियों के साथ नए शिक्षण तरीकों को अपनाने और प्रयोग करने का अवसर दिया।

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