मुंबई पुलिस ने देशभर में फैले फर्जी डाक टिकट घोटाले का भंडाफोड़ करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह दिल्ली और बिहार से संचालित किया जा रहा था और अब तक करीब 8 करोड़ रुपये के फर्जी डाक टिकटों का लेन-देन सामने आया है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान व्यवसायी राकेश बिंद, शम्सुद्दीन अहमद और एक क्लर्क शाहिद रज़ा के रूप में हुई है। अदालत ने तीनों को गुरुवार तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार, आरोपी आधे मूल्य पर नकली डाक टिकट बेचते थे, जिससे बड़ी संख्या में लोगों को ठगा गया। बैंक खातों की जांच में करोड़ों रुपये के संदिग्ध लेन-देन का पता चला है।
डाक विभाग को इस घोटाले की जानकारी तब मिली जब पत्रों की जांच के दौरान उन पर लगे टिकट नकली पाए गए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “हम इस रैकेट के संबंध अन्य राज्यों में चल रहे डाक घोटालों से जोड़कर जांच कर रहे हैं।”
अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में खरीदारों और अन्य सहयोगियों की तलाश जारी है। वहीं, डाक विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे डाक टिकटों की सत्यता की जांच करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना नजदीकी डाकघर या पुलिस को दें।
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