मुंबई के घाटकोपर में 13 मई 2024 को हुए भीषण होर्डिंग हादसे में 17 लोगों की मौत और 80 से अधिक लोग घायल हुए थे। अब इस हादसे की जांच रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें “क्रिमिनल साजिश” का खुलासा हुआ है।
न्यायमूर्ति दिलीप भोसले समिति की जांच
इस हादसे की जांच राज्य सरकार ने सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति दिलीप भोसले की अध्यक्षता में बनाई गई उच्चस्तरीय समिति को सौंपी थी। समिति में डीजीपी, बीएमसी के सहायक आयुक्त, आयकर अधिकारी, चार्टर्ड अकाउंटेंट और आईआईटी बॉम्बे के स्ट्रक्चरल इंजीनियर शामिल थे।
समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि आईपीएस अधिकारी कैसर खान (निलंबित), व्यवसायी मोहम्मद अरशद खान, बीएमसी अधिकारी सुनील दलवी, ईगो मीडिया कंपनी के भावेश भिड़े और जान्हवी मराठे ने मिलकर अवैध तरीके से होर्डिंग्स लगाने और नियमों को दरकिनार करने की साजिश रची।
नियमों की खुली धज्जियाँ
- बीएमसी के नियमों के मुताबिक, किसी भी होर्डिंग का आकार 40x40 फीट से बड़ा नहीं हो सकता।
- लेकिन रेलवे पुलिस कमिश्नर रहते हुए कैसर खान ने मनमाने ढंग से इन सीमाओं को तोड़ा और होर्डिंग का आकार बढ़ाकर 38,400 वर्गफीट कर दिया।
- इसके अलावा 10 साल की अनुमति को बढ़ाकर 30 साल कर दिया गया और चौथा होर्डिंग भी बिना किसी टेंडर प्रक्रिया के मंजूर किया गया।
- रिपोर्ट के अनुसार, यह सब "रेलवे प्रॉपर्टी" बताकर किया गया, जबकि जमीन आंशिक रूप से पुलिस वेलफेयर कॉर्पोरेशन और महाराष्ट्र सरकार की थी।
वित्तीय गड़बड़ियाँ
जांच रिपोर्ट में करोड़ों के वित्तीय लेन-देन और हेराफेरी का भी खुलासा हुआ है—
- ईगो मीडिया से 84 लाख रुपये के चेक मोहम्मद अरशद खान ने नकद में बदलकर कैसर खान को सौंपे।
- बीएमसी अधिकारी सुनील दलवी ने 45 लाख रुपये का बिना गारंटी का कर्ज ईगो मीडिया को दिलवाया।
- दूसरी कंपनियों को मौका दिए बिना सिर्फ ईगो मीडिया को अनुबंध दिया गया।
सरकार का रुख
23 सितंबर को महाराष्ट्र कैबिनेट ने समिति की रिपोर्ट और सिफारिशों को स्वीकार कर लिया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभागों को आदेश दिया गया कि एक महीने के भीतर सिफारिशों को लागू करें।
मुख्य सिफारिशें
- होर्डिंग्स का नियमित निरीक्षण किया जाए।
- अवैध संरचनाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक स्वतंत्र एजेंसी बनाई जाए।
- टेरेस और कंपाउंड वॉल पर होर्डिंग्स पूरी तरह प्रतिबंधित हों।
- आकार सीमा का कड़ाई से पालन हो और सड़क व पैदल यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।
भावेश भिड़े का विवादित अतीत
- जिस विशाल 120x120 फीट के होर्डिंग के गिरने से 17 लोगों की जान गई, उसे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया गया था।
- भिड़े पर पहले से ही 21 मामलों में बीएमसी ने कार्रवाई की थी।
- उनके खिलाफ बलात्कार, छेड़छाड़ और धमकाने जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं।
- पहले उनकी कंपनी "गुजु ऐड्स" ब्लैकलिस्ट की जा चुकी थी, इसके बाद उन्होंने "ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड" शुरू किया।
एक विशाल धोखाधड़ी की कहानी
इस पूरे मामले ने यह साफ कर दिया है कि मुंबई में अवैध होर्डिंग्स किस तरह जनता की जान को खतरे में डाल रही हैं। नियमों की अनदेखी, भ्रष्टाचार और मिलीभगत ने न सिर्फ करोड़ों का घोटाला किया बल्कि 17 निर्दोष लोगों की जान भी ले ली।
यह हादसा प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्ट तंत्र की एक दर्दनाक मिसाल बन गया है।
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