मुंबई, 31 अगस्त (पीटीआई)।
प्रसिद्ध लालबागचा राजा गणेश पंडाल में वीआईपी आगंतुकों को दी जा रही विशेष सुविधाओं को लेकर एक वकील ने महाराष्ट्र राज्य मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई है।
एडवोकेट आशीष राय ने 29 अगस्त को दर्ज की गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि पंडाल में महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है और उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
राय का कहना है कि जहां वीआईपी मेहमानों को विशेष待遇 मिलता है, वहीं आम भक्तों को कड़ी धक्का-मुक्की, चोरी और बदसलूकी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मोबाइल फोन और अन्य कीमती सामान चोरी होने की घटनाएँ भी सामने आती हैं।
लालबागचा राजा मुंबई का सबसे लोकप्रिय गणेश पंडाल है, जहाँ 10 दिनी उत्सव के दौरान लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए उमड़ते हैं। इनमें फिल्मी सितारों से लेकर राजनीतिक हस्तियाँ भी शामिल होती हैं। आम श्रद्धालुओं को भगवान गणेश के दर्शन के लिए कई-कई घंटे लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ता है।
एडवोकेट राय का आरोप है कि पिछले दो वर्षों से उन्होंने मुंबई पुलिस आयुक्त कार्यालय में लिखित शिकायतें दीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में उन्हें मजबूर होकर मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाना पड़ा।
शिकायतकर्ता ने आयोग से मांग की है कि इस मामले की विस्तृत जांच कर सख्त निर्देश दिए जाएँ, ताकि भविष्य में श्रद्धालुओं को ऐसी समस्याओं से न गुजरना पड़े। शिकायत में मुंबई पुलिस आयुक्त और महाराष्ट्र राज्य के मुख्य सचिव को प्रतिवादी बनाया गया है।
0 टिप्पणियाँ