मुंबई। मराठा आरक्षण आंदोलन का दायरा अब आज़ाद मैदान से बाहर निकलकर दक्षिण मुंबई की सड़कों तक फैल गया है। शनिवार को भारी संख्या में जुटी भीड़ के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) जंक्शन और आसपास की सड़कों पर यातायात पूरी तरह प्रभावित हो गया। मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने स्थिति को देखते हुए सलाह जारी की है और नागरिकों को वैकल्पिक मार्ग अपनाने की अपील की है।
प्रदर्शनकारियों की लगातार बढ़ती संख्या ने हालात को तनावपूर्ण बना दिया है। ट्रैफिक पुलिस ने कई मार्गों पर डायवर्जन लागू किए हैं, लेकिन फोर्ट, मरीन लाइन्स और क्रॉफर्ड मार्केट जैसे इलाकों में वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। आम यात्रियों के साथ-साथ ऑफिस जाने वाले और वीकेंड पर सफर करने वाले लोग घंटों जाम में फंसे रहे। बेस्ट (BEST) बसों को भी कई रूट बदलने पड़े, जिससे असुविधा और बढ़ गई।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने मन्ट्रालय, सीएसएमटी, फोर्ट और अन्य संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए हैं। पुलिस प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है कि कानून-व्यवस्था बनी रहे और यातायात किसी तरह सुचारु हो सके।
आंदोलन की अगुवाई मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे कर रहे हैं। 29 अगस्त को सरकार से बातचीत विफल होने के बाद उन्होंने आमरण अनशन शुरू कर दिया था। महाराष्ट्र सरकार ने मराठाओं को कुनबी प्रमाणपत्र देकर ओबीसी वर्ग में शामिल करने का प्रस्ताव रखा है, लेकिन इससे मौजूदा ओबीसी समुदाय में नाराज़गी बढ़ गई है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि आंदोलन स्थल पर पर्याप्त सुविधाओं का अभाव है, जिससे उनकी नाराज़गी और भड़क गई है।
फिलहाल आंदोलन के जल्द खत्म होने के कोई संकेत नहीं हैं। ऐसे में सप्ताहांत तक यातायात प्रतिबंध और जाम की समस्या बनी रहने की आशंका है। पुलिस और प्रशासन ने नागरिकों से धैर्य रखने और यात्रा की पूर्व योजना बनाने की अपील की है।
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