मुंबई – बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने घरेलू स्तर पर उत्पन्न होने वाले खतरनाक कचरे जैसे इस्तेमाल किए गए सेनेटरी पैड, डायपर, वैक्सिंग शीट, एक्सपायर दवाएं और पीपीई किट के निपटान के लिए विशेष सेवा शुरू की है। ‘डोमेस्टिक सेनेटरी एंड स्पेशल केयर वेस्ट कलेक्शन’ नामक इस योजना को शुरू हुए दो महीने हो चुके हैं, लेकिन अपेक्षित भागीदारी नहीं मिल पा रही है।
मुंबई में बीएमसी प्रतिदिन करीब 1.7 टन घरेलू खतरनाक कचरा इकट्ठा कर रही है, जिसे शहर में स्थापित छह प्लाज्मा इन्सिनेरेशन संयंत्रों में वैज्ञानिक रूप से नष्ट किया जाता है। इन संयंत्रों की कुल क्षमता 40 टन प्रतिदिन है।
बीएमसी के अनुसार, अब तक 1,919 संस्थाओं ने पंजीकरण कराया है, जिसमें 1,140 हाउसिंग सोसायटी, 677 ब्यूटी पार्लर, 75 शैक्षणिक संस्थान और 27 महिला छात्रावास शामिल हैं। इस अभियान से कुल लगभग 4.5 लाख लोग जुड़ चुके हैं।
बीएमसी की अडिशनल कमिश्नर डॉ. अश्विनी जोशी ने बताया कि लोगों को जोड़ने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, हालांकि सोसायटियों और छात्रावासों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा। अभियान की सफलता के लिए आवश्यक है कि कम से कम 80% हाउसिंग सोसायटी और अन्य संस्थाएं इसमें भाग लें।
बीएमसी के अनुसार, अगर 4 लाख घरों से 20 टन और 7,000 ब्यूटी पार्लर से 10 टन कचरा रोजाना इकट्ठा हो, तो लक्ष्य को आसानी से पूरा किया जा सकता है। वर्तमान में मुंबई में प्रतिदिन करीब 7,000 मीट्रिक टन ठोस कचरा उत्पन्न होता है, जिसमें से 70 से 80 टन कचरा सिर्फ व्यक्तिगत स्वच्छता संबंधी वस्तुओं से होता है।
इस सेवा को और अधिक सुगम बनाने के लिए बीएमसी ने QR कोड आधारित सिस्टम और पीले थैले देना शुरू किया है। रोजाना कचरा संग्रहण की सुविधा भी शुरू की गई है। शुरुआत में बीएमसी का मुख्य फोकस ब्यूटी पार्लर, हाउसिंग सोसायटी और महिला हॉस्टल पर रहा। इनमें से ब्यूटी पार्लर से अपेक्षाकृत बेहतर रिस्पॉन्स मिला है।
बीएमसी का कहना है कि अगर मुंबईवासियों ने सहयोग नहीं किया, तो घरेलू खतरनाक कचरे का सुरक्षित निपटान बड़ी चुनौती बन सकता है।
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