मुंबई: दादर के ओल़ा ड्राइवर के साथ कार खरीद का सौदा दोस्ताना लगते हुए बदनुमा अनुभव में बदल गया। 28 वर्षीय चालक का दावा है कि उसे एक चालाक ठग ने 1.59 लाख रुपये का चूना लगाया। आरोपी, आकाश सुदाम बिदवे, ने पीड़ित को टैक्सी परमिट वाली सस्ती एर्टिगा कार और “विशेष दोस्ती छूट” का झांसा देकर पैसे हड़प लिए।
पीड़ित अपने माता-पिता और भाई के साथ ओल्ड बीडीडी चॉल, दादर ईस्ट में रहते हैं। उनके पिता मुंबई ट्रैफिक पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हैं, और ड्राइवर ओला कैब सेवा में काम करता है।
घटना की शुरुआत जुलाई में हुई, जब पीड़ित ने बिदवे का व्हाट्सएप स्टेटस देखा, जिसमें वह सफेद एर्टिगा कार बिक्री के लिए दिखा रहा था। बिदवे ने परिवार से मिलकर भरोसा जीतने की कोशिश की और कार के सभी बैंक पेपरवर्क खुद संभालने का वादा किया।
दो सप्ताह के दौरान पीड़ित ने कुल 1.59 लाख रुपये नकद और गूगल पे के माध्यम से किश्तों में जमा किए, यह सोचकर कि वह वैध वाहन खरीद रहा है। भरोसा दिखाने के लिए बिदवे ने कार को कुरला के कथित “बैंक गोदाम” में भी दिखाया।
पुलिस अधिकारी ने बताया, “‘बैंक गोदाम’ वह जगह होती है जहां बैंक अपने लोन के तहत वाहन या संपत्ति रखते हैं। लेकिन ठग इस शब्द का गलत इस्तेमाल कर नकली सौदों को वैध दिखाते हैं।”
हालांकि, कुछ ही समय बाद बिदवे का दोस्ताना रूप गायब हो गया। उसने जवाब देना बंद कर दिया, परिवारिक आपातकाल के बहाने बनाए और बाद में धमकी देते हुए कहा, “अगर पुलिस मुझे पकड़ भी ले, तो मैं 15 दिन में बाहर हो जाऊंगा। तुम मेरे खिलाफ कुछ नहीं कर सकते।”
जांच में पता चला कि बिदवे पहले से ही बदलाापुर पुलिस स्टेशन में एक समान कार ठगी मामले में आरोपी था, जिसमें छह अन्य लोग ठगे गए थे।
सदमे और धोखे से परेशान परिवार ने शनिवार को भोजवाड़ा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामला जांच के अधीन है और यह देखा जा रहा है कि बिदवे का मुंबई में अन्य फर्जी वाहन सौदों से कोई संबंध है या नहीं।
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