मुंबई के चुनाभट्टी इलाके में रविवार सुबह एक नवजात शिशु को मंदिर परिसर में छोड़ने के आरोप में पुलिस ने 24 वर्षीय महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, यह महिला फिलहाल सायन अस्पताल में उपचाराधीन है और उसके ठीक होने के बाद गिरफ्तारी की जाएगी।
पुलिस ने बताया कि रविवार सुबह भक्तिधाम मंदिर के पास टहलने गई दो महिलाओं — पलक जैन और रौशनी भुल — ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी। जब उन्होंने आसपास तलाश की, तो मंदिर परिसर में सफेद कपड़े में लिपटा नवजात शिशु मिला। दोनों ने तुरंत पुलिस नियंत्रण कक्ष को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को सायन अस्पताल पहुंचाया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “बच्चे की नाल ठीक से नहीं कटी थी और पास के सार्वजनिक शौचालय में खून के धब्बे मिले। संभव है कि महिला ने वहीं प्रसव किया हो। आसपास के एक शेड में भी खून के निशान पाए गए हैं।”
जांच के दौरान पुलिस को महिला की पहचान का सुराग मिला। स्थानीय निवासियों की मदद से पुलिस उसके घर पहुंची। पूछताछ में महिला ने पहले बच्चे को जन्म देने और उसे छोड़ने की बात से इनकार किया, लेकिन जब पुलिस ने उसे चिकित्सकीय जांच के लिए अस्पताल ले जाने की बात कही, तो उसने डर के मारे अपराध कबूल कर लिया।
पुलिस के अनुसार, आरोपी महिला तलाकशुदा है और एक केटरिंग कॉन्ट्रैक्टर के यहां काम करती है। वह अपने एक पुरुष मित्र के साथ संबंधों के चलते गर्भवती हुई थी। “चूंकि यह बच्चा अवैध संबंध से पैदा हुआ था, इसलिए उसने उसे स्वीकार नहीं किया और मंदिर के पास छोड़ दिया,” अधिकारी ने बताया।
पुलिस ने महिला के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 93 (बारह वर्ष से कम उम्र के बच्चे को परित्याग) के तहत मामला दर्ज किया है। अधिकारी ने कहा कि महिला के ठीक होते ही उसे गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
0 टिप्पणियाँ