Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

Responsive Advertisement

मुंबई: जीएसटी सर्टिफिकेट धोखाधड़ी का नया तरीका, ज्वेलर बन लाखों की ठगी!

मुंबई: जीएसटी सर्टिफिकेट धोखाधड़ी का नया तरीका, ज्वेलर बन लाखों की ठगी!
**मुंबई** में पुलिस ने एक ऐसे ठग को पकड़ा है, जिसने एक बिल्कुल ही नए तरीके से ज्वेलरी बनाने वाली दो कंपनियों को ₹31.58 लाख का चूना लगाया। यह मामला दिखाता है कि कैसे जालसाज नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। यह ठग, जो रत्नों और आभूषणों के कारोबार से अच्छी तरह वाकिफ था, एक बड़े ज्वेलर चेन के मालिक का रूप धारण कर लेता था। पुलिस के मुताबिक, उसने सबसे पहले इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (International Gemological Institute - IGI) का अधिकारी बनकर एक प्रसिद्ध ज्वेलर से संपर्क किया। ठग ने ज्वेलर को विश्वास दिलाया कि उसके जीएसटी सर्टिफिकेट को अपडेट करने की जरूरत है। इसी बहाने उसने ज्वेलर से उसका जीएसटी सर्टिफिकेट हासिल कर लिया। इसके बाद, उसने उसी जीएसटी सर्टिफिकेट का इस्तेमाल करके खुद को उस बड़े ज्वेलर चेन का मालिक बताया। उसने मुंबई की दो ज्वेलरी बनाने वाली फर्मों से संपर्क किया और बड़े ऑर्डर दिए। उसने दोनों फर्मों को यह भी कहा कि जीएसटी सर्टिफिकेट को ही क्रेडिट नोट मान लें और कोई एडवांस पेमेंट न लें। बड़े ज्वेलर की प्रतिष्ठा को देखते हुए दोनों फर्मों ने उसकी बात मान ली। ठग ने फिर एक फास्ट कूरियर सर्विस बुक की और डिलीवरी बॉय को एक ऐसी जगह बुलाया जहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था। उसने बड़ी चतुराई से दोनों फर्मों से लाखों की ज्वेलरी ली और गायब हो गया। जब दोनों फर्मों को धोखाधड़ी का एहसास हुआ, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। **पुलिस की शानदार कार्रवाई** शिकायत मिलने के बाद, एमआईडीसी पुलिस की एक टीम ने तुरंत जांच शुरू की। इन्वेस्टिगेटिंग ऑफिसर यश पाल्वे और डीसीपी दत्ता नलावडे के नेतृत्व में टीम ने आरोपी को ट्रैक किया और गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के पास से ठगी गई पूरी रकम भी बरामद कर ली है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ