राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सख्ती: मेरठ के नशा मुक्ति केंद्र में कथित यातना से हुई मौत पर लिया संज्ञान

**मेरठ:** राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने मेरठ के एक नशा मुक्ति केंद्र में एक व्यक्ति की कथित तौर पर यातना से हुई मौत के मामले में स्वतः संज्ञान लिया है। इस घटना ने एक बार फिर नशा मुक्ति केंद्रों की कार्यप्रणाली और वहां भर्ती लोगों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बताया जा रहा है कि एक युवक को शराब की लत छुड़ाने के लिए एक निजी नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। परिजनों का आरोप है कि केंद्र में उसके साथ बुरी तरह मारपीट की गई, जिसके कारण उसकी हालत बिगड़ गई और अंततः उसकी मौत हो गई। मौत के बाद मृतक के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं, जो मारपीट के आरोपों की पुष्टि करते हैं। इस घटना ने नशा मुक्ति केंद्रों में चल रही मनमानी और गैर-मानवीय व्यवहार को उजागर किया है।
एनएचआरसी, जो भारत में मानवाधिकारों का प्रहरी है, ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। आयोग ने इस घटना पर अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग की इस कार्रवाई से उम्मीद जगी है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों को सख्त सजा मिलेगी। यह कदम न सिर्फ मृतक को न्याय दिलाने में मदद करेगा, बल्कि अन्य नशा मुक्ति केंद्रों के लिए भी एक चेतावनी साबित होगा।
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