मुंबई। वसई रोड रेलवे स्टेशन पर कपल से ₹15,000 की रिश्वत लेने के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों को जीआरपी कमिश्नर एम. राकेश कालसागर ने 1 अगस्त को निलंबित कर दिया। निलंबित पुलिसकर्मियों में पुलिस नाईक मिलिंद मारुति सातव और सिपाही सचिन अशोक वाल्हे व किरण बाबन आवले शामिल हैं।
आदेश के अनुसार, 13 जून की शाम को यह तीनों वसई रोड स्टेशन के फुटओवर ब्रिज पर ड्यूटी पर थे। वहां एक युवक अपनी गर्लफ्रेंड के साथ खड़ा था। आरोप है कि बिना किसी गैरकानूनी हरकत के भी पुलिसकर्मियों ने युवक को धमकाया और उसका मोबाइल फोन छीन लिया। इसके बाद उससे ₹15,000 की मांग की गई। युवक ने किसी तरह ₹5,000 का भुगतान ऑनलाइन कर दिया।
कमिश्नर के आदेश में कहा गया है कि “आपकी इस गैरजिम्मेदाराना और अनैतिक हरकत ने पुलिस विभाग की छवि धूमिल की है और जनता के मन में अविश्वास पैदा किया है। यह आचरण अनुशासित पुलिस बल की मर्यादा के खिलाफ है, इसलिए आप तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।”
दो हफ्ते पहले भी सामने आया था मामला
इससे पहले 10 अगस्त को मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर एक पिता-पुत्री से ₹30,000 निकालने के आरोप में तीन अन्य रेलवे पुलिसकर्मी निलंबित किए गए थे। उस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है और आरोपी पुलिसकर्मी फरार हैं।
शिकायतें बढ़ने पर निगरानी की मांग
रेलवे एक्टिविस्ट समीर जावेरी ने बताया कि मुंबई सेंट्रल, दादर, बोरीवली और ठाणे समेत कई बड़े स्टेशनों पर जीआरपी के कुछ कैबिनों में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। “इन्हीं जगहों पर यात्रियों को बैग चेकिंग के नाम पर अंदर बुलाकर धमकाया जाता है और रिश्वत मांगी जाती है। ऐसी जगहों पर सीसीटीवी लगाना अब बेहद जरूरी है।”
एक वरिष्ठ जीआरपी अधिकारी ने कहा कि इन संवेदनशील जगहों पर जल्द ही सीसीटीवी लगाने का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।
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