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वडाला में BEST कंडक्टर साइबर ठगी का शिकार, ₹6.83 लाख का नुकसान।


मुंबई। वडाला स्थित बेस्ट (BEST) ट्रैफिक प्लानिंग विभाग में कार्यरत 50 वर्षीय वरिष्ठ कंडक्टर संदीप अरविंद कैमर्कर साइबर अपराधियों के जाल में फँस गए। बैंक अधिकारी बनकर धोखेबाज़ों ने उन्हें केवाईसी (KYC) अपडेट करने के बहाने कॉल किया और ₹6.83 लाख की ठगी कर ली।

कैसे हुई ठगी

13 अगस्त को ड्यूटी के दौरान कैमर्कर को अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को बैंक ऑफ इंडिया का कर्मचारी बताया और कहा कि उनका KYC अपडेट नहीं है।
शुरुआत में कैमर्कर ने OTP साझा करने से इनकार कर दिया, लेकिन लगातार बातचीत में उलझाकर ठग ने व्हाट्सऐप पर एक लिंक भेजा। लिंक पर क्लिक करने के बाद कैमर्कर ने एक फर्जी मोबाइल ऐप डाउनलोड किया, जो देखने में बैंक ऑफ इंडिया का आधिकारिक ऐप जैसा लग रहा था।

उन्होंने जैसे ही ऐप में अपनी व्यक्तिगत जानकारी डाली, साइबर अपराधियों ने उनके खाते पर रिमोट एक्सेस हासिल कर लिया और नौ ट्रांजेक्शन कर ₹6,83,699 उड़ा लिए।

अगली सुबह पता चला पूरा खेल

अगले दिन जब कैमर्कर ने यह देखने के लिए अकाउंट चेक किया कि वेतन जमा हुआ या नहीं, तो खाते में सिर्फ ₹86 बचे थे। वेतन तो आया था, लेकिन पूरी रकम ठगों के खाते में ट्रांसफर हो चुकी थी।

शिकायत दर्ज, जांच शुरू

घबराए कैमर्कर तुरंत बैंक शाखा पहुँचे। वहाँ अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने जो ऐप डाउनलोड किया था, वह फर्जी है और इसी रास्ते से ठगी हुई है।
उन्होंने पहले साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करने की कोशिश की, लेकिन लगातार लाइन व्यस्त रही। इसके बाद वे सीधे बांद्रा स्थित साइबर क्राइम सेल पहुँचे और फिर आरएके मार्ग पुलिस स्टेशन में भी शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस ने मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(2), 318(4), 319(2) तथा आईटी एक्ट की धारा 43, 66(C), 66(D) के तहत दर्ज कर लिया है। जांच जारी है और ठगों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।


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