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मुंबई मोनोरेल में फिर तकनीकी खराबी, 17 यात्री सुरक्षित बाहर निकाले गए।


मुंबई, सोमवार – मुंबई की मोनोरेल सेवा एक बार फिर तकनीकी खराबी का शिकार हुई। सोमवार सुबह वडाला के पास अचानक एक ट्रेन बीच रास्ते में रुक गई, जिसमें सवार 17 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालकर दूसरी ट्रेन से उनके गंतव्य तक पहुँचाया गया।

सुबह 7:16 बजे हुई घटना

अधिकारियों के अनुसार, यह घटना सुबह 7 बजकर 16 मिनट पर एंटॉप हिल बस डिपो और जीटीबीएन मोनोरेल स्टेशन के बीच हुई। सूचना मिलते ही आपातकालीन टीम मौके पर पहुँची और यात्रियों को प्रोटोकॉल के तहत सुरक्षित निकाला। सुबह 7:40 बजे तक सभी यात्रियों को अगली ट्रेन से नज़दीकी स्टेशन तक पहुँचा दिया गया।

प्रभावित ट्रेन ट्रैक से हटाई गई

महा मुंबई मेट्रो ऑपरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (MMMOCL) ने बताया कि खराबी वाली ट्रेन को तुरंत ट्रैक से हटा दिया गया। इस कारण संत गाडगे महाराज चौक और वडाला के बीच सेवाएँ कुछ देर सिंगल लाइन पर संचालित करनी पड़ीं, जबकि वडाला से चेंबूर तक की सेवाएँ सामान्य रहीं।

दमकल विभाग की गाड़ियाँ भी पहुँचीं

हालांकि मौके पर दमकल विभाग की गाड़ियाँ भेजी गई थीं, लेकिन उनकी ज़रूरत नहीं पड़ी। समानांतर ट्रैक पर दूसरी ट्रेन पहुँचने पर सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया।

एक महीने में दूसरी बड़ी गड़बड़ी

यह पहला मामला नहीं है। 19 अगस्त को भी भारी बारिश के बीच मैसूर कॉलोनी स्टेशन के पास एक मोनोरेल घंटों तक फँसी रही थी, जिसमें 582 यात्री फँस गए थे। वहीं आचार्य अत्रे नगर स्टेशन पर एक अन्य ट्रेन खराब हुई थी, जहाँ से 200 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया था।

सुरक्षा उपायों की घोषणा

इन लगातार घटनाओं के बाद मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) ने यात्रियों की सुरक्षा और संचालन प्रणाली में सुधार के लिए कई अल्पकालिक और दीर्घकालिक कदम उठाने की घोषणा की थी। इनमें आपात स्थिति में भीड़भाड़ वाली ट्रेनों से यात्रियों को तेजी से निकालने की प्रक्रिया भी शामिल है।

देश की एकमात्र मोनोरेल

बता दें कि मुंबई देश का एकमात्र शहर है जहाँ मोनोरेल चलती है। यह सेवा 19.74 किलोमीटर लंबे मार्ग पर संत गाडगे महाराज चौक से चेंबूर तक संचालित होती है।


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