कर्मचारियों और मरीजों की सुरक्षा पर सवाल, स्थायी पुलिस चौकी की मांग तेज
मुंबई (घाटकोपर पूर्व) – राजावाड़ी अस्पताल परिसर गुरुवार दोपहर हिंसा का गवाह बना, जब दो महिला सुरक्षाकर्मियों पर नशे की लत के शिकार बदमाशों ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना दोपहर करीब 12 बजे की है।
पत्थर से किया वार, दोनों महिला गार्ड घायल
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुरक्षाकर्मी अस्पताल में भीड़ नियंत्रित कर रही थीं, तभी आरोपी राजेश को अस्पताल से बाहर जाने के लिए कहा गया। इस बात से भड़के राजेश ने पास पड़ा पत्थर उठाकर दोनों गार्ड पर हमला कर दिया। सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गईं और फिलहाल अस्पताल में उपचाराधीन हैं।
मरीजों और कर्मचारियों को लगातार सताते हैं नशेड़ी
अस्पताल कर्मचारियों का कहना है कि राजेश और उसका साथी साहिल अकसर परिसर में घूमते रहते हैं। उन पर मरीजों और स्टाफ से छेड़छाड़ करने, मोबाइल और अन्य सामान चुराने तक के आरोप हैं। सुरक्षा गार्ड जब भी उन्हें बाहर निकालते हैं तो ये लोग हथियारों और ब्लेड से धमकाते हैं।
पुलिस ने किया गिरफ्तार
घटना के बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। तिलक नगर थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संतोष धेमरे ने बताया कि दोनों आरोपी एक ही इलाके के रहने वाले हैं और कभी-कभी अस्पताल के मुर्दाघर से शव ले जाने में भी मदद करते हैं। घटना वाले दिन वे शराब के नशे में थे और उपद्रव कर रहे थे, जिसका विरोध करने पर झगड़ा हुआ।
स्थायी पुलिस चौकी की मांग
इस हमले के बाद अस्पताल परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। शिव आरोग्य सेना के मुंबई जिला संयोजक प्रकाश वानी और सचिन भंगे ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए आरोपियों को सख्त सजा देने और तत्काल अस्पताल परिसर में पुलिस चौकी स्थापित करने की मांग की। वानी ने कहा, “नशेड़ी और असामाजिक तत्व अक्सर अस्पताल के आसपास जमा रहते हैं। यहां पास में एक कॉलेज भी है। मरीजों और छात्रों की सुरक्षा के लिए स्थायी पुलिस चौकी आवश्यक है।”
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