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QR कोड से ठगी: 10वीं पास सिक्योरिटी गार्ड ने बनाया ठगी का अनोखा तरीका, मुंबई में कई दुकानदार बने शिकार।



मुंबई: एक 22 वर्षीय युवक, शिव ओम चंद्रभान दुबे, जो कि केवल 10वीं पास है और सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम करता था, ने QR कोड के ज़रिये दुकानदारों को चूना लगाने का अनोखा तरीका निकाला। खार पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसकी ठगी की चाल ने सभी को चौंका दिया।

पुलिस के अनुसार, दुबे ने अपने नाम का फर्जी QR कोड प्रिंट कर के दक्षिण मुंबई और पश्चिमी उपनगरों में दुकानों और ठेलों के बाहर लगे असली QR कोड्स पर चिपका दिया। इससे ग्राहक जो भी पेमेंट करते थे, वह सीधे उसके बैंक खातों में चले जाते थे। पुलिस ने उसके तीन बैंक अकाउंट्स को फ्रीज़ कर दिया है और ₹49,000 की रकम जब्त की है।

दुबे मछीमार नगर, कोलाबा में रहता है और उत्तर प्रदेश के भाकर गांव का रहने वाला है।

यह मामला तब सामने आया जब 56 वर्षीय दिनेश गुप्ता, जो मीरा रोड ईस्ट के निवासी हैं और खार वेस्ट में पीडी हिंदुजा मार्ग पर पान की दुकान चलाते हैं, ने पाया कि 12 जुलाई को उनके कस्टमर द्वारा किए गए पेमेंट उनके बैंक खाते में नहीं आए।

शुरुआत में उन्होंने इसे तकनीकी समस्या समझ कर नजरअंदाज कर दिया, लेकिन बाद में उन्होंने QR कोड की जांच की तो पाया कि किसी ने असली कोड के ऊपर दूसरा QR कोड चिपका दिया था। स्कैन करने पर ‘शिवम दुबे’ नाम सामने आया।

जब उन्होंने पास की एक और दुकान के मालिक लक्ष्मी यादव से बात की तो पता चला कि उनके साथ भी ऐसा ही हुआ है। दोनों ने मिलकर खार पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई।

पुलिस जांच में सामने आया कि दुबे पिछले दो महीनों से रेलवे स्टेशनों और सब्जी विक्रेताओं के बाहर QR कोड बदल रहा था और दुकानदारों की पेमेंट को अपने HDFC, Axis और IDFC बैंक खातों में डायवर्ट कर रहा था। पूछताछ में उसने बताया कि उसे यह आइडिया एक यूट्यूब वीडियो से मिला।

पुलिस ने तीनों बैंक खातों की 1 जनवरी 2025 से 16 जुलाई 2025 तक की स्टेटमेंट जब्त कर ली है। अदालत ने आरोपी को 21 जुलाई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।


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