मुंबई पुलिस कांस्टेबल की बहादुरी: समंदर में डूब रही महिला की जान बचाई।



मानसिक रूप से बीमार महिला ने समुद्र में लगाई छलांग, कांस्टेबल साईनाथ देवडे ने दिखाई वीरता

मुंबई: मुंबई पुलिस के कांस्टेबल साईनाथ देवडे ने एक ऐसा साहसिक कार्य किया है, जिसकी हर कोई सराहना कर रहा है। उन्होंने बांद्रा बैंडस्टैंड पर समंदर में कूदकर एक महिला की जान बचाई, जो मानसिक रूप से परेशान थी और आत्महत्या की कोशिश कर रही थी।

महिला की पहचान वेनेतिया सरिता क्रासटा (उम्र 53 वर्ष) के रूप में हुई है, जो बांद्रा वेस्ट की रहने वाली हैं। बताया जा रहा है कि वह बीते 20 सालों से मानसिक बीमारी से जूझ रही हैं। घटना के समय महिला को ऐसा लग रहा था कि कोई उसका पीछा कर रहा है, जिसके चलते उसने समुद्र में छलांग लगा दी।

कांस्टेबल देवडे मौके पर ड्यूटी पर मौजूद थे। उन्होंने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए बिना देर किए समंदर में छलांग लगा दी और महिला को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। जब महिला को बाहर निकाला गया, तब वह अचेत अवस्था में थी। उसे तुरंत भाभा अस्पताल ले जाया गया, जहाँ अब उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

बांद्रा पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक संजय मराठे ने बताया कि महिला का लंबे समय से इलाज चल रहा है और परिवार को किसी साजिश या संदेह की आशंका नहीं है। फिलहाल पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि महिला को उचित मानसिक स्वास्थ्य सेवाएँ मिलती रहें।

पहले भी दिखा चुके हैं मुंबई पुलिस के जवान साहस

गौरतलब है कि मई 2025 में भी इसी तरह की एक घटना घटी थी, जब ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल भिकाजी सुरेश गोसावी ने मरीन ड्राइव पर एक महिला को डूबने से बचाया था। हालांकि इलाज के दौरान उस महिला की मृत्यु हो गई थी। तब कांस्टेबल गोसावी को उनकी बहादुरी के लिए सम्मानित किया गया था।



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