OI एक्सक्लूसिव: अहमदाबाद विमान हादसे के बाद मुआवजे पर घमासान, एयर इंडिया पर लगे गंभीर आरोप।



12 जून की त्रासदी: 270 लोगों की गई जान, 1 की चमत्कारी बचत

12 जून 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 (बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर) अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही थी, जब टेकऑफ के मात्र 33 सेकंड बाद वह बी.जे. मेडिकल कॉलेज हॉस्टल पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
इस हादसे में 241 यात्री और क्रू सदस्य तथा जमीन पर मौजूद 29 लोगों की जान चली गई।
सिर्फ एक व्यक्ति – ब्रिटिश नागरिक विश्वासकुमार रमेश (40) – चमत्कारी रूप से जीवित बचे।

मुआवजे का गणित: अब तक कितना दिया गया, कितना बाकी?

एयर इंडिया के एक अधिकारी ने OneIndia Hindi से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया:

47 परिवारों को 25 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा दिया गया (कुल ₹11.75 करोड़)

55 अन्य परिवारों के दस्तावेजों की प्रक्रिया जारी (प्रत्येक को 25 लाख देने की तैयारी में – कुल ₹13.75 करोड़)

अब तक कुल 102 परिवारों के लिए ₹25.5 करोड़ की सहायता मंजूर

यह राशि टाटा संस द्वारा घोषित 1 करोड़ रुपये के अतिरिक्त है।
👉 यानी कुल 1.25 करोड़ रुपये प्रति मृतक परिवार को मिलने हैं।

स्टीवर्ट्स का आरोप: मुआवजा घटाने के लिए परिवारों पर दबाव

ब्रिटेन की कानूनी फर्म स्टीवर्ट्स जो 40 से ज्यादा पीड़ित परिवारों का प्रतिनिधित्व कर रही है, उसने एयर इंडिया पर गंभीर आरोप लगाए:

वित्तीय जानकारी मांगकर मुआवजा कम करने की कोशिश

फॉर्म भरने का दबाव और धमकी

बिना लीगल सहायता, गर्म व भीड़भाड़ वाले कमरों में फॉर्म भरवाने का आरोप


स्टीवर्ट्स के वकील पीटर नीनन ने यह भी कहा कि एयर इंडिया लगभग ₹1,050 करोड़ बचाने की कोशिश कर रही है, जबकि उसे मॉन्ट्रियल कन्वेंशन 1999 के तहत प्रत्येक मृतक के लिए 1.8 करोड़ रुपये (151,880 SDRs) देना अनिवार्य है

एयर इंडिया का पक्ष: पारदर्शिता से कर रहे हैं काम

एयर इंडिया ने सफाई दी है कि:

वह समर्पित सहायता केंद्र के माध्यम से पारदर्शी प्रक्रिया चला रही है।

मेल और घर जाकर भी फॉर्म भरवाए जा रहे हैं।

अब तक 47 परिवारों को मुआवजा दिया जा चुका है, और संख्‍या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है।

बीमा क्लेम बनाम मुआवजा: क्या है अंतर?

ब्लूमबर्ग रिपोर्ट के मुताबिक, एयर इंडिया को हादसे के लिए ₹4,080 करोड़ का बीमा क्लेम मिल सकता है, जिसमें:

₹1,075 करोड़: विमान की क्षति के लिए

₹3,014 करोड़: पीड़ितों के मुआवजे के लिए


सोशल मीडिया पर यह आरोप भी लगाया गया कि इतनी बड़ी बीमा राशि मिलने के बावजूद सिर्फ 240 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जा रहा है, जिससे एयर इंडिया को अत्यधिक लाभ हो सकता है। हालांकि, यह दावा अभी जांच के अधीन है।

आगे क्या? जांच और कानूनी कार्रवाई तय करेगी दिशा

पीड़ित परिवार अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में मुकदमा दायर कर सकते हैं

ब्लैक बॉक्स और टेक्निकल जांच से पायलट त्रुटि, इंजन फेल्योर या लापरवाही की पुष्टि हो सकती है

अगर एयर इंडिया की लापरवाही साबित होती है, तो मुआवजे की राशि काफी बढ़ सकती है

निष्कर्ष: पीड़ित परिवारों को चाहिए निष्पक्ष और त्वरित सहायता

अहमदाबाद विमान हादसा भारत के इतिहास की सबसे भयानक एविएशन त्रासदियों में से एक बन चुका है। जहां एक ओर कानूनी लड़ाई तेज हो रही है, वहीं एयर इंडिया की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े हो चुके हैं।
अभी इस मामले में अंतिम फैसला आना बाकी है, लेकिन यह तय है कि पीड़ित परिवारों को सम्मान, न्याय और समुचित मुआवजे की आवश्यकता है।




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