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समीर वानखेड़े का बड़ा बयान: "फैन क्लब बन गए हैं डिजिटल प्रोपेगेंडा के औजार"।



मुंबई  नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े, जो आर्यन खान ड्रग्स केस से जुड़े रिश्वत के आरोपों का सामना कर रहे हैं, ने हाल ही में एक साक्षात्कार में सोशल मीडिया पर चल रहे प्रोपेगेंडा और फैन क्लबों की भूमिका पर बड़ा बयान दिया है।

वानखेड़े ने बिना किसी का नाम लिए कहा, “आज कुछ फैन क्लब उसी तरह कार्य कर रहे हैं जैसे हिटलर के लिए जोसेफ गोएबल्स करते थे। वे झूठ को बार-बार दोहराते हैं ताकि लोग उसे सच मानने लगें।” उन्होंने कहा कि यह तरीका अब भी प्रभावी है और लोगों को तय करना होगा कि सच्चाई क्या है।

“फैन क्लब मानसिक स्वास्थ्य को कर रहे प्रभावित”

समीर वानखेड़े ने बताया कि कैसे सोशल मीडिया पर मौजूद फैन क्लब झूठी कहानियों को हवा देते हैं और लोगों को निशाना बनाते हैं। उन्होंने कहा, “ये क्लब महिलाओं और बच्चों के खिलाफ भी गंदी बातें करने से नहीं चूकते। मैं खुद इससे गुज़रा हूं। यह अनुभव मुझे मज़बूत बना गया, लेकिन हर कोई इसे सहन नहीं कर सकता। बहुत से लोग डिप्रेशन में जा सकते हैं।”

“सोशल मीडिया पर नैरेटिव बनाने में लगा है पैसा”

जब उनसे पूछा गया कि कुछ अमीर लोग कैसे सोशल मीडिया फैन क्लबों में लाखों रुपये निवेश कर नैरेटिव गढ़ते हैं, तो वानखेड़े ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है। “लोगों को गुमराह किया जा रहा है कि देश उनके साथ है। लेकिन साइबर सेल की कार्रवाई सीमित है, क्योंकि कानून भी विकसित हो रहे हैं,” उन्होंने कहा।

“अब समय आ गया है जागरूक होने का”

वानखेड़े ने कहा कि सोशल मीडिया और आईटी कानून अभी भी विकास की प्रक्रिया में हैं। “अब समय आ गया है कि हम इस डिजिटल प्रोपेगेंडा को पहचानें और कानूनी रूप से इससे निपटें,” उन्होंने कहा।

बता दें कि समीर वानखेड़े वही अधिकारी हैं जिन्होंने 2021 में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को एक कथित ड्रग्स मामले में गिरफ़्तार किया था।



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