नई दिल्ली |बिहार के सासाराम जिले की रहने वाली रूबी सिंह, जिसे लोग ‘ब्राउन शुगर भाभी’ के नाम से जानते हैं, अब पुलिस की गिरफ्त में है। रूबी के खिलाफ अलग-अलग थानों में 20 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। अकेले रांची के सुखदेवनगर थाने में उस पर 13 मामले दर्ज हैं। पिछले 10 वर्षों से वह ब्राउन शुगर का अवैध कारोबार चला रही थी और उसके नेटवर्क में लड़कियों सहित पूरा परिवार भी शामिल था।
पारिवारिक नेटवर्क और महिला सप्लायर
रूबी सिंह का यह ड्रग्स रैकेट केवल पुरुषों तक सीमित नहीं था, बल्कि उसने कई लड़कियों को भी इसमें शामिल किया था। इन लड़कियों का काम था ब्राउन शुगर की आपूर्ति करना, ताकि उन पर आसानी से शक न हो। पुलिस ने हाल ही में उसके नेटवर्क से जुड़ी एक महिला को गिरफ्तार किया था, जिसके पास से ₹4.5 लाख नकद और 88 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद हुई थी।
यूपी से माल, झारखंड तक सप्लाई
जांच में पता चला है कि रूबी यूपी से ब्राउन शुगर मंगवाकर उसमें अन्य नशीले पदार्थ मिलाया करती थी। इसके बाद तैयार ड्रग्स को रांची समेत आसपास के जिलों में सप्लाई किया जाता था। झारखंड की राजधानी रांची के लगभग हर हिस्से में उसका नेटवर्क फैला हुआ था।
कुख्यात ग्राहक: कन्हैया भी था रैकेट से जुड़ा
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि रांची का कुख्यात ड्रग डीलर कन्हैया भी रूबी सिंह से ही ब्राउन शुगर खरीदा करता था। वह अपने पैडलरों के जरिए माल बेचवाता था और उन्हें कमीशन देता था। कन्हैया लंबे समय तक पुलिस की पकड़ से बाहर रहा, लेकिन बाद में एक गुप्त ऑपरेशन के तहत उसे गिरफ्तार किया गया।
29 अप्रैल को सरेंडर, चौंकाने वाले खुलासे
कानूनी शिकंजा कसते देख रूबी सिंह ने 29 अप्रैल 2025 को सासाराम में कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। रांची पुलिस को सूचना मिलने पर उन्होंने कोर्ट में याचिका दायर की और तीन दिन की रिमांड ली। रिमांड के दौरान रूबी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
पूरा परिवार शामिल
रूबी के परिवार के कई सदस्य इस अवैध धंधे में शामिल हैं—उसका भाई पिंटू साह, छोटी बहन का पति प्रिंस, और देवर सूरज कुमार साह भी ड्रग तस्करी में सक्रिय थे। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क को खत्म करने के लिए विस्तृत जांच में जुटी है।
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