नेरल (प्रतिनिधि) – 33 वर्षीय नौसेना अधिकारी सूरजसिंह अमरपालसिंह चौहान का शव सोमवार को जंगल क्षेत्र से बरामद किया गया। वे 7 सितंबर से भिवपुरी–गर्बेट ट्रेक पर जाने के बाद लापता थे।
मंदिर के पीछे खाई में मिला शव
नेरल पुलिस के अनुसार चौहान का शव पाली भूतवाली बांध और सतोबा मंदिर क्षेत्र के बीच, मंदिर के पीछे लगभग 50 फीट गहरी खाई में मिला। घने जंगल और कठिन भूभाग के बावजूद पुलिस व सह्याद्री रेस्क्यू टीम ने एपीआई शिवाजी धावले के मार्गदर्शन में शव को बाहर निकाला।
पोस्टमार्टम से होगा असली कारण स्पष्ट
पुलिस ने इस मामले में आकस्मिक मृत्यु (ADR) का मामला दर्ज किया है। शव को जे.जे. अस्पताल, मुंबई भेजा गया है। धावले ने बताया, “संभावना है कि वे फिसलकर गिरे हों या सांप के काटने जैसी कोई घटना हुई हो। सटीक कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट होगा।”
7 सितंबर से थे लापता
राजस्थान निवासी चौहान मुंबई के कोलाबा स्थित कार्यालय में 27 मई को शामिल हुए थे। वे मास्टर चीफ, क्लास II के पद पर एफटीटीटी डॉकयार्ड, कोलाबा में तैनात थे।
7 सितंबर की सुबह वे सीएसटी से ट्रेन लेकर भिवपुरी पहुंचे और गर्बेट ट्रेक की ओर रवाना हुए। उसी दिन सुबह उनकी अंतिम लोकेशन धोम बांध के पास मिली थी, इसके बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया।
नौसेना और परिवार भी कर रहे थे खोज
लापता होने के बाद से भारतीय नौसेना, महाराष्ट्र माउंटेनियर्स रेस्क्यू कोऑर्डिनेशन सेंटर (MMRCC), वन विभाग व पुलिस ने ड्रोन और सर्च टीम की मदद से व्यापक खोज अभियान चलाया। परिजन भी खोजबीन में लगातार जुड़े रहे।
कफ परेड पुलिस स्टेशन में उनकी गुमशुदगी दर्ज थी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में चौहान को अकेले ट्रेकिंग पर जाते हुए देखा गया है, इसलिए फिलहाल किसी तरह की साजिश या संदिग्ध गतिविधि की संभावना नहीं है।
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