मुंबई |
मुंबई क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को गोरगांव ईस्ट स्थित एक फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारकर 13 लोगों को गिरफ्तार किया। यह गिरोह अमेरिकी नागरिकों को एंटीवायरस कंपनी के प्रतिनिधि बनकर ठग रहा था।
क्राइम ब्रांच की यूनिट-12 को गुप्त सूचना मिली थी कि गोरगांव के एक कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स की सातवीं मंजिल पर यह अवैध कॉल सेंटर चल रहा है। पुलिस टीम ने 15 सितंबर को दबिश दी तो कॉल सेंटर पूरी तरह सक्रिय पाया गया।
इस तरह करते थे ठगी
अधिकारियों के अनुसार, आरोपी अमेरिकी नागरिकों को ईमेल भेजते थे, जिसमें लिखा होता कि उनका एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर — जैसे Greeksquad या McAfee — की वैधता समाप्त हो गई है। ईमेल में एक टोल-फ्री नंबर दिया जाता था। जब लोग उस नंबर पर कॉल करते, तो टेली-कॉलर उन्हें गिफ्ट कार्ड खरीदने के लिए मजबूर करते। इन गिफ्ट कार्ड्स की कीमत 250 से 500 अमेरिकी डॉलर तक होती थी। बाद में आरोपी गिफ्ट कार्ड्स को क्रिप्टोकरेंसी में बदलकर मुनाफा कमाते थे।
जब्त किया गया सामान
छापेमारी के दौरान पुलिस ने 15 कंप्यूटर, 10 लैपटॉप और 20 मोबाइल फ़ोन बरामद किए। गिरफ्तार आरोपियों में दो संचालक, एक मैनेजर और 10 टेली-कॉलर एजेंट शामिल हैं।
अधिकारियों की देखरेख में कार्रवाई
पूरे अभियान का नेतृत्व पुलिस आयुक्त देवेन् भारती, अतिरिक्त आयुक्त (अपराध) लख़मी गौतम और अपराध शाखा के डीसीपीज़ की देखरेख में हुआ।现场 कार्रवाई इंस्पेक्टर सचिन गावस के साथ अधिकारियों — बलासाहेब राऊत, विजय रसकर, अजय सावंत, अल्ताफ़ खान, सुनील चव्हाण, बालकृष्ण लिम्हाणे और अन्य ने मिलकर की।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के साथ-साथ आईटी एक्ट और टेलीकम्युनिकेशन एक्ट 2023 के तहत मामला दर्ज किया है। सभी 13 आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस कस्टडी की मांग की जाएगी।
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