नवी मुंबई |
नवी मुंबई के नेरुल में रहने वाले एक एजेंट ने ओएनजीसी (उरण) में नौकरी दिलाने का झांसा देकर दो महिलाओं से कुल 7.60 लाख रुपये ठग लिए। आरोपी की पहचान वैभव ज्ञानेश्वर गटाडी (35), निवासी दारावे, नेरुल के रूप में हुई है। एनआरआई पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता धनश्री पाटिल (30), निवासी करावेगांव, सेक्टर 36, अपने भाई भविक को सरकारी नौकरी दिलवाना चाहती थीं। नवंबर 2024 में उन्होंने गटाडी को अपने घर बुलाया। वहां गटाडी ने भरोसा दिलाया कि वह भविक की ओएनजीसी में नियुक्ति करवा देगा। इसके बदले उसने 8 लाख रुपये की मांग की। पाटिल ने ऑनलाइन 5.60 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
इसी तरह, पाटिल की मौसी छाया भोयर ने भी अपने बेटे अनुराज के लिए गटाडी से संपर्क किया। आरोपी ने 5 लाख रुपये मांगे, लेकिन उसने 2 लाख रुपये एडवांस में ले लिए। दोनों उम्मीदवारों को दो महीने के भीतर नौकरी देने का वादा किया गया।
लेकिन छह महीने बीत जाने के बाद भी न तो नौकरी मिली और न ही पैसे वापस। जब पीड़ितों ने जवाब मांगा तो गटाडी टालमटोल करने लगा और बाद में फोन उठाना ही बंद कर दिया। आखिरकार दोनों महिलाओं ने एनआरआई पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
एनआरआई पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया, “आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है और उसकी तलाश जारी है।”
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