मुंबई में पहली बारिश ने खोली तैयारियों की पोल, नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज ।


मुंबई, टाइम्स ऑफ इंडिया: मुंबई में मॉनसून ने जबरदस्त दस्तक दी है। पहले ही दिन की तेज बारिश ने शहर की रफ्तार थाम दी। लोकल ट्रेन, बस और मेट्रो सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं, वहीं कई इलाकों में जलभराव के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट को रेड अलर्ट में बदल दिया है।

बारिश के बाद मुंबई की हालत देख राजनीतिक पारा भी चढ़ गया है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि "एक ही बारिश ने महायुति सरकार की पोल खोल दी है। जगह-जगह जलभराव और ट्रैफिक जाम से शहर थम गया है।"

मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड ने बीएमसी में चुनाव न होने और प्रशासक के जरिए चल रहे शासन को भ्रष्टाचार की जड़ बताया। उन्होंने कहा, "मुंबईकर न घर में सुरक्षित हैं, न सड़क पर। इसका जिम्मेदार ट्रिपल इंजन वाली भ्रष्ट सरकार है।"

उद्धव गुट के नेता आदित्य ठाकरे ने भी बीएमसी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि "अगर बीएमसी बीजेपी के नियंत्रण में चली गई तो यही हाल होगा। दो महीने से हम नाले सफाई की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।"

इस बीच उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बीएमसी का बचाव करते हुए कहा, "बारिश समय से पहले और बहुत अधिक हुई। कई इलाकों में 12 घंटे में 200 मिमी से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई, जो बादल फटने जैसी स्थिति थी।"

वहीं मुंबई बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने उद्धव सेना और बीएमसी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि "25 साल में ब्रिमस्टोवॅड परियोजना पूरी नहीं हुई और मीठी नदी की सफाई के नाम पर 1,000 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए। बीएमसी द्वारा किए गए 3 लाख करोड़ रुपये के खर्च का हिसाब मांगा जाना चाहिए।"

बीजेपी नेता नितेश सिंह ने भी दावा किया कि "मीठी नदी की सफाई में भारी लापरवाही हुई है और बीएमसी अधिकारी व ठेकेदार इसकी जिम्मेदारी से नहीं बच सकते ।

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