मुंबई: महाराष्ट्र सरकार की ‘मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना’ की आड़ में चल रहे एक बड़े मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का पर्दाफाश जुहू पुलिस ने किया है। इस मामले में तीन आरोपियों – अविनाश कांबले, श्रुति राउत और फाल्गुनी जोशी – को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीन अन्य आरोपी अभी फरार हैं।
पुलिस ने इस रैकेट से जुड़े करीब 150 से 200 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है और अब तक 19 लाख रुपये से अधिक की रकम जब्त की गई है।
झुग्गी बस्तियों में फैला था नेटवर्क
यह रैकेट मुख्य रूप से मुंबई के झुग्गी-झोपड़पट्टी इलाकों जैसे नेहरू नगर, धारावी और अन्य क्षेत्रों में सक्रिय था। आरोपी कम पढ़ी-लिखी महिलाओं को लाडली बहना योजना के तहत हर महीने 1,000 से 1,500 रुपये दिलवाने का झांसा देकर उनके नाम से बैंक खाते खुलवाते थे। बाद में इन खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध पैसों के ट्रांसफर के लिए किया जाता था।
ऐसे हुआ रैकेट का खुलासा
इस धोखाधड़ी का भंडाफोड़ तब हुआ जब विले पार्ले (पश्चिम) के नेहरू नगर में रहने वाले एक व्यक्ति ने जुहू पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि कुछ लोग योजना के नाम पर महिलाओं को 1,000 रुपये देकर उनके बैंक खाते खुलवाने की पेशकश कर रहे हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और पूरे रैकेट का खुलासा किया।
तीव्र जांच और कार्रवाई
जुहू पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर शरद लांडगे के अनुसार, "जांच के दौरान सामने आया कि यह गिरोह धारावी और अन्य झुग्गियों में भी सक्रिय था। हमने तुरंत कार्रवाई करते हुए दर्जनों बैंक खातों को फ्रीज किया और 19 लाख रुपये से ज्यादा की रकम बरामद की।"
फरार आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस का कहना है कि आरोपी महिलाओं को योजना का लाभ दिलाने के नाम पर गुमराह करते थे और फिर उनके खातों का दुरुपयोग करते थे। फिलहाल तीन अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
मामले की जांच अभी जारी है और पुलिस को आशंका है कि इसमें और भी लोग शामिल हो सकते हैं।
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