पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का विवादास्पद बयान – मदरसा छात्रों को बताया 'दूसरी रक्षा पंक्ति'।


इस्लामाबाद से एक चौंकाने वाला बयान सामने आया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि भारत के साथ संभावित युद्ध की स्थिति में मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों को देश की "दूसरी रक्षा पंक्ति" के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। संसद में दिए गए इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता पैदा कर दी है।

मंत्री का तर्क

आसिफ ने संसद को संबोधित करते हुए कहा कि जरूरत पड़ने पर इन छात्रों को युद्ध में तैनात किया जा सकता है। उन्होंने धार्मिक भावनाओं से प्रेरित इन युवाओं की "देशभक्ति" पर भरोसा जताया, जिससे उनकी सैन्य उपयोगिता का संकेत मिला।

तनावपूर्ण पृष्ठभूमि

यह बयान भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनावों के बाद आया है। भारत ने हाल ही में पाकिस्तान द्वारा भारतीय वायुसेना के ठिकानों पर मिसाइल दागने के जवाब में रफीकी, मुरिद और चकलाला जैसे पाकिस्तानी सैन्य अड्डों पर सटीक हमले किए।

प्रतिक्रियाएँ और चिंताएं

आसिफ की टिप्पणी को पाकिस्तान की रणनीतिक पारदर्शिता को लेकर सवालों के घेरे में लाया जा रहा है। इससे पहले उन्होंने दावा किया था कि पाकिस्तानी सेना ने जानबूझकर भारतीय ड्रोन को नहीं रोका ताकि अपनी रक्षा तैयारियों को गुप्त रखा जा सके।

महत्वपूर्ण घटनाक्रम:

  • भारत ने पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को किया निशाना।
  • पाकिस्तान ने जम्मू सेक्टर में बीएसएफ चौकियों पर की गोलीबारी।
  • बीएसएफ ने सियालकोट के पास एक आतंकवादी लॉन्च पैड को किया ध्वस्त।


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