सीमा पार तनाव के बीच भारत और पाकिस्तान संघर्ष विराम पर सहमत, लेकिन प्रतिबंध यथावत।


पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई, के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पार तनाव चरम पर पहुंच गया था। इस हमले के जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक सैन्य कार्रवाई की।

इन कार्रवाइयों के बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया। इन घटनाओं के बीच शनिवार को दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद तत्काल संघर्ष विराम पर सहमति बनी।

अभी भी प्रभावी हैं ये प्रतिबंध और कार्रवाई

हालांकि युद्धविराम की घोषणा हो चुकी है, लेकिन भारत द्वारा उठाए गए कड़े कदम अभी भी लागू रहेंगे:

  • सिंधु जल संधि स्थगित: विदेश मंत्रालय के अनुसार, सिंधु जल संधि को लेकर कोई पूर्व शर्त नहीं रखी गई है और यह निलंबन यथावत रहेगा।
  • सीमा बंद: अटारी-वाघा सीमा पर एकीकृत चेक पोस्ट पूरी तरह बंद है और दोनों देशों के बीच आवागमन पर रोक बनी हुई है।
  • व्यापार प्रतिबंध: पाकिस्तान से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से सभी आयातों पर प्रतिबंध जारी है। पाकिस्तानी जहाजों को भारतीय बंदरगाहों में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है।
  • हवाई क्षेत्र बंद: भारत ने अपने एयरस्पेस को पाकिस्तान से होकर जाने वाली उड़ानों के लिए बंद कर रखा है। यह प्रतिबंध 30 अप्रैल से लागू है।
  • मनोरंजन क्षेत्र पर नियंत्रण: भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के कार्य पर प्रतिबंध जारी है। सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को पाकिस्तान की डिजिटल सामग्री हटाने के निर्देश दिए गए हैं।
  • वीज़ा सेवाएं निलंबित: सभी प्रकार के पाकिस्तानी नागरिकों के वीज़ा रद्द कर दिए गए हैं। देश में मौजूद लोगों को भारत छोड़ने के निर्देश पहले ही जारी हो चुके हैं।

यह संघर्ष विराम फिलहाल शांति की ओर एक कदम जरूर है, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर कठोर निर्णयों में कोई ढील नहीं दी जाएगी।

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