भारत पर 15 लाख साइबर हमले, 150 ही हो सके सफल: महाराष्ट्र साइबर विभाग का खुलासा ।




मुंबई।
पिछले दिनों पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत पर लगभग 15 लाख साइबर हमले किए गए, जिनमें से केवल 150 हमले ही सफल हो पाए। महाराष्ट्र साइबर विभाग ने जानकारी दी है कि भारत के मजबूत साइबर सुरक्षा तंत्र ने अधिकतर हमलों को नाकाम कर दिया।

इन हमलों के पीछे पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मोरक्को और पश्चिम एशियाई देशों के हैकरों का हाथ बताया जा रहा है। हालांकि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम लागू है, फिर भी पाकिस्तान और अन्य देशों से भारतीय सरकारी वेबसाइटों को निशाना बनाने की घटनाएं सामने आ रही हैं।भारत पर 15 लाख साइबर हमले, 150 ही हो सके सफल: महाराष्ट्र साइबर विभाग का खुलासा


हवाईअड्डे और चुनाव आयोग पर हमलों के दावों को किया खारिज

महाराष्ट्र साइबर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने उन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है, जिनमें कहा गया था कि मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से डेटा चोरी हुआ या विमानन व नगर निगम की प्रणालियों को हैक किया गया। उन्होंने चुनाव आयोग की वेबसाइट पर साइबर हमले के दावों को भी गलत बताया।

संघर्ष विराम के बाद साइबर हमलों में आई कमी

अधिकारियों के अनुसार, भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम के बाद सरकारी वेबसाइटों पर साइबर हमलों की संख्या में कमी आई है, लेकिन ये हमले पूरी तरह रुके नहीं हैं। विभाग ने इंटरनेट मीडिया पर फैलाई जा रही फर्जी सूचनाओं के खिलाफ अभियान चलाया है, जिसके तहत अब तक 83 में से 38 फर्जी पोस्ट हटाई जा चुकी हैं।

हेल्पलाइन और जागरूकता अभियान से मिली सफलता

साइबर अपराधों से निपटने के लिए सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 1930 और 1945 शुरू किए हैं। नागरिक इन नंबरों पर कॉल कर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करा सकते हैं। हर दिन करीब 7,000 कॉल इन हेल्पलाइन पर दर्ज होती हैं। अधिकारियों का दावा है कि 2019 से अब तक साइबर धोखाधड़ी से 600 करोड़ रुपये बचाए गए हैं, जिनमें से 200 करोड़ रुपये पिछले छह महीनों में बचाए गए हैं।

फडणवीस ने जारी किया जागरूकता वीडियो

राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को एक साइबर जागरूकता वीडियो जारी किया, जिसमें अभिनेता शरद केलकर और अमीषा पटेल साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं और लोगों को ठगने की चालों के बारे में जानकारी देते हैं। लगभग नौ मिनट के इस वीडियो में विधानसभा में फडणवीस के पुराने भाषण का अंश भी दिखाया गया है।




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