राष्ट्रपति पदक का इंतजार 3 साल से कर रहे हैं महाराष्ट्र के पुलिस अधिकारी।

, मुंबई।  अगस्त 2022 और जनवरी 2025 के बीच घोषित राष्ट्रपति पदक नामित अधिकारियों को अभी तक प्राप्त नहीं हो सका है। राष्ट्रपति पदक को पुलिस विभाग में 'प्रदर्शन का गौरव' माना जाता है। लेकिन, पिछले तीन साल से इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के प्राप्तकर्ता के रूप में नामित किए गए अधिकारियों को पदक और प्रशंसा प्रमाण पत्र नहीं मिला है।

देरी की बात स्वीकार करते हुए गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कोविड-19 के बाद पुरस्कार वितरण में देरी हुई है। गृह विभाग के अधिकारी ने दावा किया कि सरकार ने पुरस्कार वितरण के लिए राज्यपाल से संपर्क किया था। लेकिन, राज्यपाल के हटने से समारोह को रोक दिया गया।

लॉकडाउन, चुनाव और आचार संहिता बनीं रुकावट

उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के अलावा राजभवन में बदलाव, 2024 में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के कारण भी देरी हुई। अधिकारी ने बताया कि आचार संहिता के कारण पदक वितरण समारोह आयोजित नहीं किया गया। समारोह कब आयोजित किया जाएगा? इस बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा कि सभी कार्य जल्द ही निपटा दिए जाएंगे।


हालांकि, पिछले साल जून में 2021 में स्वतंत्रता दिवस और 2022 में गणतंत्र दिवस पर घोषित पुलिस पदक के विजेताओं को पदक और प्रमाण पत्र दिए गए थे। महाराष्ट्र के तत्कालीन राज्यपाल रमेश बैस ने छह जून, 2024 को मुंबई के राजभवन में आयोजित एक समारोह में 115 पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को वीरता और सराहनीय सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक प्रदान किए थे। राष्ट्रपति पदक पुलिसकर्मियों को उनके उत्कृष्ट सेवा और समर्पण के सम्मान में दिए जाते हैं। पुरस्कार पाने वालों की सूची स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) और गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) को घोषित की जाती है।

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