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जुंड फिल्म के अभिनेता प्रियांशु क्षत्रिय की नागपुर में हत्या, पुरानी रंजिश को बताया जा रहा कारण।


नागपुर। बॉलीवुड फिल्म ‘जुंड’ में ‘बाबू छेत्री’ का किरदार निभाने वाले अभिनेता प्रियांशु क्षत्रिय की बुधवार तड़के बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह वारदात नागपुर के जरिपटका थाना क्षेत्र के नारा इलाके में एक सुनसान घर में हुई बताई जा रही है। पुलिस ने उनके एक दोस्त ध्रुव साहू को हिरासत में लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

रात 2 बजे हुई घटना, गला रेतकर हत्या
पुलिस के अनुसार, घटना मंगलवार रात करीब दो बजे की है। प्रियांशु और ध्रुव दोनों शराब के नशे में थे और किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। झगड़े के दौरान ध्रुव ने कथित तौर पर धारदार चाकू से प्रियांशु का गला रेत दिया और चेहरे को पत्थर से कुचल दिया। स्थानीय लोगों ने खून से लथपथ प्रियांशु को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

छह घंटे में दोस्त हिरासत में
सूचना मिलते ही जरिपटका पुलिस मौके पर पहुंची। क्राइम डिटेक्शन ब्रांच की टीम ने जांच शुरू की और करीब छह घंटे में ध्रुव साहू को हिरासत में ले लिया। पुलिस इंस्पेक्टर अरुण क्षीरसागर ने बताया, “अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन ध्रुव साहू को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। हत्या के पीछे की वजह का पता लगाया जा रहा है।”

दोनों के बीच था पैसों का विवाद
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, प्रियांशु और ध्रुव के बीच हाल ही में पैसों को लेकर विवाद हुआ था। दोनों पहले भी आपस में भिड़ चुके थे, लेकिन दोस्तों के बीचबचाव से मामला शांत हो गया था। बताया जा रहा है कि यह विवाद फिर से भड़क गया, जिसके चलते हत्या हुई।

अभिनेता का रहा है आपराधिक रिकॉर्ड
नागपुर पुलिस के अनुसार, प्रियांशु क्षत्रिय पर पहले भी कुछ छोटे अपराधों के मामले दर्ज थे। वर्ष 2022 में उन्हें सोना-चांदी और नकदी चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। वह नशे की लत का शिकार था और रेलवे ट्रैक के पास कोयला चोरी जैसी गतिविधियों में शामिल रहा करता था।

‘जुंड’ फिल्म से मिली पहचान
प्रियांशु क्षत्रिय ने निर्देशक नागराज मंजुळे की फिल्म ‘जुंड’ में ‘बाबू छेत्री’ की भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने प्रमुख भूमिका निभाई थी और कहानी नागपुर के झुग्गी बस्तियों के बच्चों पर आधारित थी, जिन्होंने फुटबॉल के जरिए अपनी नई पहचान बनाई। प्रियांशु भी उन्हीं स्थानीय युवाओं में से एक था जिसे फिल्म के जरिए नई पहचान मिली थी।

गरीब परिवार से था ताल्लुक
प्रियांशु नागपुर के रेलवे ट्रैक के पास एक गरीब परिवार में पला-बढ़ा था। उसके पिता दिहाड़ी मजदूर हैं और घर में तीन बड़ी बहनें हैं। फिल्म ‘जुंड’ से उसे थोड़ी पहचान और उम्मीद मिली थी, लेकिन नशे की गिरफ्त और गलत संगत ने उसकी जिंदगी फिर अंधेरे में धकेल ।


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