उल्हासनगर: विठ्ठलवाड़ी पुलिस ने एक फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार किया है जो बिना किसी मेडिकल डिग्री या लाइसेंस के सालों से इलाज कर रहा था। आरोपी की पहचान श्रीकृष्ण तुकाराम कुमावत के रूप में हुई है, जो उल्हासनगर कैंप क्रमांक 5 स्थित SST कॉलेज के पास साल 2018 से 'रान क्लिनिक' चला रहा था।
मेडिकल डिग्री या लाइसेंस नहीं, फिर भी कर रहा था इलाज
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, कुमावत के पास किसी मान्यता प्राप्त मेडिकल काउंसिल से डिग्री या लाइसेंस नहीं था, इसके बावजूद वह वर्षों से मरीजों का इलाज कर रहा था।
फरवरी 2025 में KDMC ने भी दर्ज किया था मामला
इससे पहले कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका (KDMC) की स्वास्थ्य विभाग ने फरवरी 2025 में कुमावत के खिलाफ एक प्राथमिकी (FIR) दर्ज की थी। इसके बावजूद वह क्लिनिक चला रहा था।
कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई नई FIR
एक स्थानीय डॉक्टर ने उल्हासनगर अदालत में निजी शिकायत दर्ज कराई, जिसमें कुमावत पर जनता और सरकारी अधिकारियों को धोखा देने का आरोप लगाया गया। अदालत ने इस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए विठ्ठलवाड़ी पुलिस को FIR दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।
कौन-कौन सी धाराएं लगीं?
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ महाराष्ट्र मेडिकल प्रैक्टिशनर्स एक्ट की धारा 33 और IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस हिरासत में आरोपी, जांच जारी
जांच अधिकारी गोडसे ने जानकारी दी कि, “कोर्ट के आदेश के बाद हमने 4 अगस्त को आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पुलिस हिरासत में भेजा गया है। आगे की जांच जारी है।”
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