मुंबई, 6 अगस्त: मुंबई में एक 30 वर्षीय महिला द्वारा ट्रेन में रेप की झूठी कहानी रचने का मामला सामने आया है। शुरुआती जांच में गंभीर लगे इस मामले को अब सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) ने झूठा करार दिया है और इसे बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
अस्पताल में भर्ती के बाद किया गया था दावा
13 जुलाई को दादर GRP को एक पब्लिक अस्पताल से सूचना मिली थी कि एक महिला को प्राइवेट पार्ट में चोट के साथ भर्ती कराया गया है। महिला ने पुलिस को बताया कि वह प्रयागराज से मुंबई गोरखपुर एक्सप्रेस से यात्रा कर रही थी, और सफर के दौरान ट्रेन के वॉशरूम में एक अज्ञात व्यक्ति ने दरवाजा बंद कर उसके साथ बलात्कार किया।
महिला ने सामाजिक बदनामी के डर से औपचारिक शिकायत दर्ज कराने से मना कर दिया था। हालांकि, आरोप की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज की और एक NGO की मदद से महिला को काउंसलिंग भी दी गई।
जांच में हुआ खुलासा: प्रेमी के साथ गई थी मुंबई
GRP ने मामले की जांच के लिए कई टीमों का गठन किया। CCTV फुटेज खंगाले गए, रेलवे स्टेशनों पर पूछताछ की गई और महिला की यात्रा की पुष्टि की गई। जांच में सामने आया कि महिला वास्तव में 12 जुलाई को अपने प्रेमी के साथ मुंबई आई थी और दोनों ने एक गेस्ट हाउस में ठहराव किया था।
पुलिस के अनुसार, महिला को जो चोटें आई थीं, वे आपसी सहमति से संबंध बनाने के दौरान हुई थीं। उसने अपने परिवार से प्रेम संबंध छिपाने के लिए ट्रेन में रेप की झूठी कहानी गढ़ी।
अब पुलिस बंद करेगी मामला
महिला के खुद कबूल करने और जांच में मिले सबूतों के आधार पर पुलिस ने इसे झूठा मामला घोषित कर दिया है। जल्द ही इस मामले को औपचारिक रूप से बंद कर दिया जाएगा।
सरकारी रेलवे पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि इस तरह के झूठे मामलों से न केवल कानून व्यवस्था पर असर पड़ता है, बल्कि असली पीड़ितों को न्याय दिलाने की प्रक्रिया भी प्रभावित होती है।
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