मुंबई में जन्माष्टमी के अवसर पर मनाए गए दही हांडी उत्सव के दौरान दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 95 से अधिक लोग घायल हो गए। अधिकारियों के अनुसार, शनिवार को अलग-अलग घटनाओं में 14 वर्षीय किशोर और 32 वर्षीय युवक की जान चली गई।
पहली घटना – 14 वर्षीय गोविंदा की मौत
अधिकारियों ने बताया कि अंधेरी (पूर्व) के आदर्श नगर इलाके में गांवदेवी गोविंदा पथक से जुड़े 14 वर्षीय रोहन मोहन मालवी अचानक बेहोश हो गए। जानकारी के मुताबिक हाल ही में वह पीलिया (जॉन्डिस) से उबरे थे और इस बार पिरामिड बनाने में शामिल भी नहीं हुए थे। उन्हें तुरंत घाटकोपर स्थित राजावाड़ी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
दूसरी घटना – दही हांडी बांधते समय हादसा
दोपहर में मानखुर्द के महाराष्ट्र नगर में 32 वर्षीय जगमोहन शिवकिरण चौधरी की मौत हो गई। वह अपने घर की पहली मंजिल की खिड़की से दही हांडी बांध रहे थे, तभी अचानक नीचे गिर गए। घायल अवस्था में उन्हें शताब्दी अस्पताल, गोवंडी ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
घायल हुए 95 गोविंदा
बीएमसी अधिकारियों के मुताबिक रात 9 बजे तक कुल 95 लोग घायल हुए। इनमें से 76 का इलाज कर छुट्टी दे दी गई, जबकि 19 अब भी अस्पताल में भर्ती हैं। दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
- दक्षिण मुंबई से 30
- पूर्वी उपनगर से 31
- पश्चिमी उपनगर से 34 लोग घायल हुए।
दही हांडी उत्सव का महत्व
दही हांडी महोत्सव पूरे महाराष्ट्र में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इसमें गोविंदा पथक (युवा मंडल) ऊँचाई पर लटके दही हांडी (मटकी) को तोड़ने के लिए मानव पिरामिड बनाते हैं।
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