नासिक | 10 अगस्त 2025 — सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने महाराष्ट्र के नासिक जिले के इगतपुरी स्थित एक रिज़ॉर्ट में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। यह कॉल सेंटर कथित तौर पर कुछ निजी व्यक्तियों द्वारा किराए पर लिए गए परिसर में संचालित किया जा रहा था। कार्रवाई के दौरान सीबीआई ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो विदेशों में रहने वाले नागरिकों से ठगी कर रहे थे।
आरोपी अमेज़न सपोर्ट सर्विस के नाम पर करते थे ठगी
सीबीआई अधिकारियों के अनुसार, आरोपी खुद को Amazon Support Services Call Centre का कर्मचारी बताकर अमेरिका, कनाडा और अन्य देशों के लोगों को फोन करते थे। इन कॉल्स में फिशिंग और धोखाधड़ी के ज़रिए पीड़ितों से गिफ्ट कार्ड, क्रिप्टोकरेंसी और अन्य माध्यमों से पैसे वसूलते थे।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं:
विशाल यादव
शेबाज़
दुर्गेश
अभय राज उर्फ राजा
समीर उर्फ कालिया उर्फ सोहैल
सीबीआई ने 8 अगस्त 2025 को इन छह आरोपियों समेत अज्ञात व्यक्तियों और बैंक अधिकारियों के खिलाफ साइबर फ्रॉड का केस दर्ज किया था।
60 ऑपरेटर थे कॉल सेंटर में काम पर
जांच में सामने आया कि आरोपी इगतपुरी में एक बोगस कॉल सेंटर चला रहे थे, जिसमें करीब 60 ऑपरेटर (डायलर, वेरिफायर और क्लोज़र) काम कर रहे थे। छापेमारी के वक्त 62 कर्मचारी कॉल्स के ज़रिए विदेशियों से लाइव ठगी कर रहे थे।
करोड़ों की संपत्ति और सामान बरामद
छापेमारी में सीबीआई ने:
44 लैपटॉप
71 मोबाइल फोन
₹1.20 करोड़ नकद
500 ग्राम सोना
7 लग्ज़री कारें (क़ीमत ₹1 करोड़)
बरामद किए।
इसके अलावा 5000 USDT क्रिप्टोकरेंसी (लगभग ₹5 लाख) और 2000 कनाडाई डॉलर के गिफ्ट वाउचर (लगभग ₹1.26 लाख) के लेन-देन का भी खुलासा हुआ।
लाइव ठगी के बीच हुई कार्रवाई
सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान फर्जी कॉल सेंटर में विदेशी नागरिकों से ठगी की प्रक्रिया जारी थी। बरामद डिजिटल सबूतों और वित्तीय लेन-देन की जांच जारी है। एजेंसी अब पूरे रैकेट में शामिल अन्य लोगों और बैंक अधिकारियों की भूमिका की भी पड़ताल कर रही है।
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