मुंब्रा ट्रेन हादसे के बाद नॉन-एसी लोकल ट्रेनों की सुरक्षा पर मंथन, रेल मंत्रालय ने नए डिज़ाइन का किया ऐलान।



मुंबई | 9 जून 2025: सोमवार को ठाणे जिले के मुंब्रा रेलवे स्टेशन पर एक भीड़भाड़ वाली लोकल ट्रेन से आठ यात्रियों के गिरने की घटना के बाद, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यात्री सुरक्षा को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी और इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) की टीम भी शामिल रही।

रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मुंबई की नॉन-एसी लोकल ट्रेनों में ऑटोमैटिक दरवाज़े बंद होने के बावजूद पर्याप्त वेंटिलेशन ना होने की समस्या के व्यावहारिक समाधान पर चर्चा की गई। यात्रियों के अनुसार, दरवाज़े बंद होने से डिब्बों में घुटन की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जिससे यात्रा असहज हो जाती है।

बैठक के बाद रेल मंत्री ने बताया कि नई नॉन-एसी लोकल ट्रेनों के डिज़ाइन में तीन महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएंगे:

1. दरवाज़ों में लौवर (Louvers) लगाए जाएंगे ताकि हवा का प्रवाह बना रहे।


2. डिब्बों की छत पर वेंटिलेशन यूनिट होंगे, जो ताज़ी हवा अंदर पहुंचाएंगे।


3. वेस्टिब्यूल कनेक्शन दिए जाएंगे ताकि यात्री एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे में जा सकें और भीड़ का संतुलन बन सके।



रेल मंत्रालय के अनुसार, इस नए डिज़ाइन की पहली ट्रेन नवंबर 2025 तक तैयार हो जाएगी। सभी जरूरी परीक्षण और प्रमाणन के बाद इसे जनवरी 2026 से सेवा में लाया जाएगा। यह ट्रेनें मुंबई के लिए प्रस्तावित 238 एसी लोकल ट्रेनों के अतिरिक्त होंगी।

इस बीच, सोमवार को हुए हादसे के बारे में मध्य रेलवे ने जानकारी दी कि यह दुर्घटना डाउन/फास्ट लाइन पर हुई, जब कासारा से आ रही एक लोकल ट्रेन और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) की ओर जा रही दूसरी ट्रेन के फुटबोर्ड पर खड़े यात्री आपस में टकरा गए और नीचे गिर पड़े।

रेलवे ने बयान में कहा, “घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई। सभी घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे की जांच शुरू कर दी गई है, और इस कारण लोकल सेवाएं अस्थायी रूप से बाधित रहीं।”





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