300 साल पुराना खजाना मिला: कोलंबिया तट पर डूबे 'सैन जोस गैलियन' जहाज की पहचान हुई, 16 बिलियन डॉलर का खजाना बरामद।


बोगोटा/नई दिल्ली:
करीब 300 साल पहले स्पेनिश रॉयल नेवी और ब्रिटिश सेना के बीच हुए समुद्री युद्ध में डूबे 'सैन जोस गैलियन' जहाज का रहस्य अब सामने आ गया है। कोलंबिया के शोधकर्ताओं ने पुष्टि की है कि वर्ष 2015 में कार्टाजेना तट के पास समुद्र की गहराइयों में जो मलबा मिला था, वह इसी ऐतिहासिक जहाज का है। कहा जाता है कि इस जहाज में आज की कीमत के अनुसार करीब 16 बिलियन डॉलर का खजाना लदा हुआ था।

यह जहाज वर्ष 1708 में पेरू से स्पेन जा रहा था, जिसमें बड़ी मात्रा में सोना, चांदी और कीमती वस्तुएं लदी थीं। बताया जाता है कि स्पेनिश उत्तराधिकार युद्ध के लिए फंडिंग जुटाने हेतु इसे रवाना किया गया था। लेकिन रास्ते में ब्रिटिश रॉयल नेवी ने इस पर हमला कर दिया और युद्ध के दौरान जहाज के पाउडर मैगजीन में विस्फोट हो गया, जिससे यह डूब गया।

2015 में शुरू हुआ था खोजी अभियान

कोलंबियाई सरकार ने 2015 में समुद्र के नीचे ड्रोन की मदद से एक खोजी अभियान शुरू किया था। अब जाकर इस बात की पुष्टि हो पाई है कि मलबा 'सैन जोस' का ही है। जहाज के अवशेषों में लीमा मिंट (1707) के चांदी के सिक्के, 1662 से 1722 के बीच के चीनी मिट्टी के बर्तन, और 1665 के शाही चिन्हों वाली तोपें शामिल हैं।

स्वामित्व को लेकर छिड़ी अंतरराष्ट्रीय लड़ाई

इतिहास के इस अनमोल खजाने पर अब स्वामित्व को लेकर विवाद छिड़ गया है। कोलंबिया, स्पेन और पेरू—तीनों देशों ने इस खजाने पर अपना दावा ठोका है। इसके अलावा, पेरू के उन खान मजदूरों के वंशज भी सामने आए हैं, जिन्होंने यह खजाना मूल रूप से इकट्ठा किया था। वहीं, खोजी अभियान चलाने वाली कंपनी ने भी खजाने में अपने हिस्से की मांग की है।

अब देखना होगा कि समुद्र की गहराई से निकले इस ऐतिहासिक खजाने का असली हकदार कौन बनता है।

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