भाषा पर टकराव: भांडुप में डिलीवरी बॉय से मराठी में बात करने की ज़िद, ग्राहक ने भुगतान करने से किया इनकार ।


मुंबई के भांडुप इलाके में पिज्जा डिलीवरी से जुड़ा एक मामूली मामला उस वक्त विवाद का कारण बन गया जब एक स्थानीय दंपत्ति ने डिलीवरी एजेंट से मराठी में बात करने की ज़िद पकड़ ली। यह घटना 12 मई को तब हुई जब डोमिनोज़ पिज्जा के डिलीवरी बॉय रोहित लेवरे अपना ऑर्डर देने पहुंचे।

डिलीवरी के समय दंपत्ति ने रोहित से कहा, "मराठी बोलो, वरना पैसा नहीं मिलेगा।" रोहित द्वारा यह पूछे जाने पर कि "क्या मराठी बोलना ज़रूरी है?" महिला ने उत्तर दिया, "हां, यहां ऐसा ही चलता है। अगर मराठी नहीं आती, तो ऑर्डर नहीं लेना चाहिए था।"

घटना का वीडियो खुद डिलीवरी बॉय ने रिकॉर्ड किया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि बातचीत के दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया और रोहित को बिना भुगतान के लौटना पड़ा।

डोमिनोज़ पिज्जा की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

यह मामला एक बार फिर मुंबई में भाषा को लेकर हो रहे टकराव को उजागर करता है। जहां एक ओर स्थानीय भाषा मराठी के सम्मान की बात की जा रही है, वहीं दूसरी ओर रोज़मर्रा के कार्यों में जबरन भाषा थोपने पर सवाल भी उठ रहे हैं।

निष्कर्ष:
यह केवल एक पिज्जा डिलीवरी का मामला नहीं, बल्कि समाज में भाषा के आधार पर बन रहे मतभेदों का एक उदाहरण बनता जा रहा है। ऐसे मुद्दे सामाजिक समरसता और नागरिक स्वतंत्रता दोनों के लिए चुनौती बन सकते हैं।

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