देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न सिर्फ अपने काम के लिए बल्कि अपनी फिटनेस और जीवनशैली के लिए भी जाने जाते हैं। मौसम चाहे गर्मी का हो, सर्दी का या मानसून का — मोदी अपनी दिनचर्या और खान-पान को लेकर बेहद अनुशासित रहते हैं। गर्मियों में वे हल्का और सुपाच्य भोजन करना पसंद करते हैं, जबकि मानसून के दौरान डाइट में विशेष परिवर्तन करते हैं ताकि पाचन क्रिया पर असर न पड़े।
कल्पवास के दौरान केवल एक बार भोजन
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में लेक्स फ्रिडमैन के साथ पॉडकास्ट में अपनी डाइट को लेकर कई बातें साझा कीं। उन्होंने बताया कि वे कल्पवास के दौरान — जो जून से शुरू होकर दिवाली तक चलता है — दिन में सिर्फ एक बार ही भोजन करते हैं। यह उपवास लगभग चार से पांच महीने चलता है। मोदी का मानना है कि मानसून के मौसम में पाचन धीमा हो जाता है, ऐसे में एक समय भोजन करना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
नवरात्रि के दौरान विशेष उपवास
नरेंद्र मोदी हर साल नवरात्रि के नौ दिनों में उपवास भी रखते हैं। इस दौरान वे पूर्ण उपवास नहीं करते, बल्कि गर्म पानी, कुछ फल या एक विशेष फल का ही सेवन करते हैं। उनका कहना है कि उपवास के दौरान गंध, स्वाद और स्पर्श जैसी इंद्रियां अधिक संवेदनशील हो जाती हैं।
उपवास से आता है आत्म अनुशासन
प्रधानमंत्री मोदी उपवास को केवल धार्मिक नहीं, बल्कि मानसिक और शारीरिक अनुशासन का माध्यम मानते हैं। उनके अनुसार उपवास करने से आत्म अनुशासन विकसित होता है, जिससे कार्यक्षमता और मानसिक स्पष्टता में वृद्धि होती है। इसके साथ ही सात्विक भोजन शरीर और मन को संतुलित रखने में सहायक होता है।
0 टिप्पणियाँ